जम्मू-कश्मीर हमेशा से भारत और पाकिस्तान के बीच बहस का विषय रहा है। जहां भारत इसे अपना अभिन्न अंग मानता है, वहीं पाकिस्तान इसे विवादित क्षेत्र कहता है। पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर भी उठाया गया है, लेकिन उसे हमेशा विफलता ही हासिल हुई है। कश्मीर पर लगातार मिल रही विफलता के बाद पाकिस्तान द्वारा कश्मीर को लेकर हमेशा दुष्प्रचार और प्रोपेगैंडा किया जाता रहा है। इसके लिए पाकिस्तानियों द्वारा सोशल मीडिया पर कश्मीर को लेकर भारत विरोधी एजेंडा लगातार चलाया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर भारत को बदनाम करने के लिए पाकिस्तान की मशहूर हस्तियों के विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट चल रहे हैं। ये सभी अकाउंट्स उन कथित अत्याचारों के बारे में बात करते हैं, जो उन्हें लगता है कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय अल्पसंख्यकों (मुसलमानों) के साथ अत्याचार होता है। ये अकाउंट्स पाकिस्तानी आवाम के साथ-साथ कश्मीरी युवाओं को भी भड़काने के मकसद से कार्य करते हैं।
अपने विश्लेषण के माध्यम से हम ऐसे ही एक सोशल मीडिया अकाउंट का विवरण प्रदान करेंगे, जो लगातार भारत विरोधी प्रोपेगैंडा करती रहती है। मुशाल हुसैन मलिक (@MushaalMullick) नाम की यह ट्वीटर अकाउंट है। इनके बायो के मुताबिक उनका जन्म 1986 में पाकिस्तान के कराची में हुआ था। वह खुद को पीस एंड कल्चर ऑर्गेनाइजेश का चेयरपर्सन बताती हैं। इसके अलावा वह खुद को आर्टिस्ट, फ्रीडम फाइटर, क्राफ्ट रिवाइवलिस्ट बताती हैं। इसके अलावा वह खुद को कश्मीर के रिवोल्यूशनरी लिबरेशन लीडर यासीन मलिक की पत्नी भी बताती हैं। मुशाल के ट्वीटर पर 80 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं।
ट्वीटर पर मुशाल को @georgegalloway, @CynthiaDRitchie, @S_AjazKh, @GardeningWell, @Imran1Khaan, @Hk_isi_ik, @Sir_Kamran, @kitty_Sayss सहित तमाम यूजर्स फॉलो करते हैं।
वेरीफाइड फॉलोवर्सः
मुशाल हुसैन मलिक को कई वेरीफाइड यूजर्स फॉलो करते हैं, जिसमें
@georgegalloway, @CynthiaDRitchie, @ameeque_Jamei, @ZakariaNafees, @Suribijarniya शामिल हैं।
मुशाल को इन देशों के लोग करते हैं फॉलो
यहां हम देख सकते हैं कि उनके अधिकांश फॉलोवर्स पाकिस्तान से हैं। 5000 से अधिक फॉलोवर्स में 1182 पाकिस्तान से हैं। इसके बाद भारत, अमेरिका और ब्रिटेन के क्रमशः 330, 55 और 45 से अधिक फॉलोवर्स हैं।
मुशाल द्वारा फैलाया गया एजेंडा और प्रोपेगैंडाः
- मुशाल अपने एजेंडे और प्रोपेगैंडे से दुनिया को यह विश्वास दिलाने की कोशिश करती हैं किकश्मीरमें जहां हिन्दुओं से ज्यादा मुस्लिमों की आबादी है, वह नरसंहार और बहुत अधिक अत्याचारों का सामना करती है।
ये कुछ ऐसे ट्वीट्स और वीडियो हैं, जिनमें उन्होंने बार-बार भारत को कश्मीरी मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। वह ऐसा इसलिए करती हैं, ताकि भारत को दुनियाभर में खलनायक बनाया जा सके।
- अपने ट्वीट में वह अधिकतर संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों को बार-बार टैग करती हैं, ताकि उन्हें यह याद दिलाया जा सके कि भारत अपनी मुस्लिम आबादी के साथ कैसा व्यवहार करता है और कश्मीर के लोग मुख्य रूप से पाकिस्तान के साथ हाथ मिलाने से खुश होंगे।
- साल 2001 में भारतीय संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु और कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को ‘हीरो’संबोधित करके मुशाल हुसैन मलिक जनता के बीच एक माहौल बनाती हैं।
4. इसी तरह, वह अपने ट्विटर अकाउंट पर अपने पति यासीन मलिक, जो एक कश्मीरी अलगाववादी नेता और पूर्व आतंकवादी, और खुर्रम परवेज, जो “आतंक-वित्त पोषण” और “साजिश” के आरोपी हैं,उनकी जमानत के लिए आवाजउठा रही हैं। उनके ट्वीट कोलाज को देखा जा सकता है:
किन अकाउंट को मेंशन किया गया?
मुशाल हुसैन मलिक के ट्वीट में जिन ट्वीटर अकाउंट्स को मेंशन किया है, उनमें सबसे अधिक , @UN @UNHumanRights, @SRI_org, @appcsocialmedia, @Sabahnews786 and @ForeignOfficePk. शामिल हैं।
हैशटैग का इस्तेमालः
नीचे दिया गया ग्राफ उन हैशटैग के बारे में बताता है जो ज्यादातर ट्वीट में इस्तेमाल किए गए थे। #Kashmir का 360 से अधिक बार उपयोग किया गया, उसके बाद #FreeYasinMalik को 180 बार और उसके बाद #KashmirBleeds को 130 से अधिक बार उपयोग किया गया। #KashmiriLivesMatter, #FreeKashmir, #Kashmiris, #KashmirWantsFreedom, #Pakistan जैसे हैशटैग का भी कई बार इस्तेमाल किया गया।
इस तरह के हैशटैग का इस्तेमाल नफरत फैलाने वालों जैसे @aamiralkashmiri, @parvezsio, @YasirPost और @PeaceMoinद्वारा किया गया था। हमने इन अकाउंट्स को अपनी विशेष स्टोरी जाकिर नाइक part 1 और part 2 में भी कवर किया था। इनके द्वारा किए गए ट्वीट्स का कोलाज नीचे दिया गया है:
मुशाल हुसैन मलिक द्वारा उसने अपने पति यासीन मलिक को रिहा करने के लिए कई हैशटैग शुरू किए गए हैं। आपको बता दें कि यासीन मलिक को भारत विरोधी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा यासीन मलिक पर भारतीय वायु सेना के चार जवानों की हत्या का आरोप भी लगाया गया है।
#ReleaseYasinMalik, #FreeYasinMalik के इन हैशटैग पर ज्यादातर ट्वीट करने वाले अकाउंट्स में @yasinmalikfans1, @gulfraz20025163, @sikanda90321700 मुख्य रुप से शामिल हैं।
मुशाल द्वारा फैलाया गया फेक न्यूजः
मुशाल द्वारा कश्मीरी महिलाओं की तस्वीरों का उपयोग करके यह दिखाने की कोशिश की गई है कि भारतीय सशस्त्र बलों से कश्मीरी महिलाएं बहुत प्रताड़ित हैं। यहां बता दें कि मुशाल द्वारा उपयोग की जा रही तस्वीरों का कश्मीरी महिलाओं पर भारतीय सेना के अत्याचार से संबंधित नहीं हैं, जैसा कि उनके ट्वीट में लिखा गया है। दरअसल इन तस्वीरों को अलग-अलग जगहों से लिया गया है और कश्मीरियों पर भारतीय सेना के उत्पीड़न को दिखाने के लिए इन तस्वीरों का कोलाज बनाकर पोस्ट किया गया है।
https://twitter.com/MushaalMullick/status/1407698130284560389?s=20&t=1utd1cXBsMakF9WAvu-s1w
दावा: तस्वीरों के कोलाज में यह दावा किया गया है कि “हजारों कश्मीरी विवाहित पुरुष भारतीय सेना की गोली से शहीद हुए और कुछ युवक भारतीय अधिकारियों द्वारा जबरदस्ती गायब कर दिए गए”। कोलाज में दिख रही महिलाओं को इन युवकों की विधवा बताया गया है और उनकी रोती हुई तस्वीरों का कोलाज बनाकर ट्वीटर पर पोस्ट किया गया है।
फैक्ट चेक: जिन तस्वीरों का कोलाज बनाया गया है, वे अलग-अलग उदाहरणों से ली गई हैं, जो ट्वीट में बताए गए उदाहरण से संबंधित नहीं हैं।
तसवीर-1
तस्वीर-1 में मुशाल द्वारा दावा किया गया है कि यह एक कश्मीरी विधवा महिला है, जिसे भारतीय सेना के अधिकारियों ने प्रताड़ित किया है।
फैक्ट चेक: पोस्टर में दिख रही युवती की तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर सामने आया कि तस्वीर में दिख रही महिला भारतीय सेना के एक कश्मीरी मुस्लिम सैनिक शब्बीर अहमद मलिक की रिश्तेदार है, जो सैन्य अभियान के दौरान शहीद हो गए थे।
सबूत:
निष्कर्ष: मशाल द्वारा इस तस्वीर का इस्तेमाल सबसे पहले 2017 में किया गया था और फिर इसे साल 2021 में किया गया था। इसलिए इन भावनात्मक चित्रों का इस्तेमाल (गलत तथ्यों के साथ) दूसरों को भड़काने के लिए किया जा रहा है।
तस्वीर-2-
इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया गया है कि यह महिला एक कश्मीरी की विधवा है, जिसे भारतीय सेना के अधिकारियों ने प्रताड़ित किया है।
फैक्ट चेकः
इस तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर पाया गया कि तस्वीर में दिख रही महिला 2005 में आए भूकंप की पीड़ित है। वह महिला इसलिए रो रही है, क्योंकि उसके पूरे परिवार को गंभीर चोटें आई थीं।
मुशाल के ट्विटर हैंडल से शेयर की गई भ्रामक खबरें:
मुशाल द्वारा भारत पर तथ्यहीन, फेक और भ्रामक खबरों को शेयर कर आरोप लगाए जाते रहे हैं। इसके इतर उन्होंने भारत के खिलाफ जो भी आरोप लगाए हैं, उसके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं दिया है। यहां हम मुशाल द्वारा पोस्ट किए गए कुछ भ्रामक और फेक खबरों का फैक्ट चेक प्रदान कर रहे है।
भ्रामक खबर–1:
मुशाल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दावा किया कि भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के महत्वपूर्ण स्थानों के मुस्लिम नामों को हिंदू नामों से बदल रही है।
https://twitter.com/MushaalMullick/status/1471108274841952258?s=20&t=UwdUmYqjselg0J7Zqr4sVg
फैक्ट चेक: भारत सरकार ने स्थानों के नाम बदल दिए हैं, लेकिन प्रमुख रूप से हिंदू नामों के नाम पर नहीं बल्कि आतंकवाद विरोधी अभियान दौरान मारे गए सुरक्षा कर्मियों के नाम पर और क्षेत्र की प्रतिष्ठित हस्तियों के नाम पर बदले गए हैं।
NEWS CLICK.पर बदले गए जगहों के नामों की लिस्ट देख सकते हैं|
भ्रामक खबर-2: मुशाल ने कश्मीर में भूमिगत यातना कक्ष होने का दावा किया है।
https://twitter.com/MushaalMullick/status/1474159490580762634?s=20&t=BnEped1MyI-bVXGsq_08Nw
फैक्ट चेकः इस खबर के बारे में सर्च करने पर इंटरनेट पर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। इसलिए वह सिर्फ देश की सुरक्षा के संवेदनशील मुद्दों के बारे में झूठ बोल रही हैं।
भ्रामक खबर-3: अपने एक पोस्ट में उन्होंने दावा किया कि भारत सरकार की परिसीमन आयोग द्वारा वोटों और विधानसभा की सीटों की प्रक्रिया में हेरफेर करके एक हिंदू सीएम को स्थापित करने की योजना बना रही है, जो उन्हें हिंदू बहुल जम्मू क्षेत्र में अधिक सीटें प्रदान करेगा।
https://twitter.com/MushaalMullick/status/1471108815932248066?s=20&t=UI9koJaGA6JgRzdDMYhSgA
फैक्ट चेकः
मुशाल के इन दावों की हमने फैक्ट चेक की। जिसमें THE TIMES OF INDIA की एक रिपोर्ट में लिखा गया है कि यह जम्मू क्षेत्र की कुल सीटों की मौजूदा संख्या 37 से बढ़ाकर 43 हो जाएगी। जबकि कश्मीर में कुल सीटों की संख्या 47 हो जाएगी। यहां देखा जा सकता है कि अभी भी कश्मीर में विधानसभा सीटों की संख्या जम्मू के विधानसभा सीटों से ज्यादा है।
भ्रामक खबर-4: उसने दावा किया कि कोरोना वायरस के मामले में भारत सरकार ने कश्मीरी बच्चों पर कोई ध्यान नहीं दिया है।
https://twitter.com/MushaalMullick/status/1389594833526960129?s=20&t=wBksC69kZBQ9-oro22Et4w
फैक्ट चेकः
IPE GLOBAL के माध्यम से, हमने पाया कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने अपने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से, महामारी के दौरान मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई कार्यक्रमों के सफल कार्यान्वयन से काम किया है।
मुशाल द्वारा किए गए नफरती पोस्ट:
पोस्ट टाइमलाइन से पता चलता है कि ट्विटर पर उनकी गतिविधियां 2018 से बढ़ीं हैं। उनकी सगाई 11 फरवरी 2021 को हुई थी और हाल के महीनों में उनकी पोस्ट की संख्या में वृद्धि हुई है।
नीचे उनके द्वारा किए गए नफरत भरे ट्वीट्स के कुछ लिंक दिए गए हैं, जिसमें वह #modiclad #rss_bjp #kashmir #torture #savekashmirimuslimslims जैसे प्रमुख शब्दों का उपयोग करते हुए भारत के प्रशासन को बदनाम कर रही हैं। मुशाल द्वारा ट्वीट किए गए पोस्टों का एक कोलाज भी नीचे दिया गया है।
https://twitter.com/MushaalMullick/status/1469167255762214915?s=20&t=88zrHxeESCA2X9GywRLAUw
https://twitter.com/MushaalMullick/status/1471108588152176644?s=20&t=zzkzlYUDVNFyh08QZiDdTQ
https://twitter.com/MushaalMullick/status/1455542483451097090?s=20&t=jH0pHh9WqHUrkrv7DgUx0Q
https://twitter.com/MushaalMullick/status/1440264227701153801?s=20&t=v3JoDVdvi_KTkIq-Zq3eDQ
https://twitter.com/MullickTeam/status/1426883473692893185?s=20&t=k4bwgOTccSTjlu1PKqVSmw
वर्डक्लाउडः
नीचे दिया गया वर्डक्लाउड हमें उन शब्दों के बारे में बताता है, जो ज्यादातर मुशाल हुसैन मलिक के ट्वीट्स में इस्तेमाल किए गए थे। कुछ शब्दों में “कश्मीर”, “यासीन मालिक”, “आईआईओजेके”, “कश्मीरी”, “स्वतंत्रता”, “क्रूर” आदि शामिल हैं।
निष्कर्षः
उनके अकाउंट को स्क्रॉल करते हुए साफ देखा जा सकता है कि उनके सभी पोस्ट हर स्तर पर भारत और उसके प्रशासन को निशाना बना रहे हैं। उसका स्पष्ट एजेंडा फेक सूचनाओं का उपयोग करके भारत को बदनाम करना और जम्मू-कश्मीर के लोगों को भड़काना है। उन्होंने ट्विटर को दुनिया तक पहुंचने और भारत तथा भारतीय प्रशासन के बारे में गलत धारणा का प्रसार करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।