भारत विभिन्न संस्कृतियों का देश है। जहां सल्तनत, मुगलों और अंग्रेजों सहित कई विविध शक्तियों ने सदियों तक भारत पर शासन किया। इस भूमि की सबसे विशेष बात यह है कि किसी भी राज्य ने शासन किया हो, फिर भी विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के लोग एक साथ हजारों वर्षों से फल-फूल रहे हैं।
सदियों के क्रूर अंग्रेजों के शासन के बाद अब हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हैं। हम अपने लोगों द्वारा शासित हैं। जो कि हमारे लोगों के हित में सरकार चलाते हैं। विभिन्न दल मतदाताओं को लुभाने के लिए बहुत सारे वादे करते हैं कि समाज के हित में काम करेंगे। लेकिन, भारत में राजनीति काफी हद तक जाति और धर्म के इर्द-गिर्द ही घूमती है और वहीं कुछ लोग धर्म की आड़ में नफरत फैलाते हैं। आज अपनी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में हम ऐसे ही एक शख्स योगी देवनाथ का पर्दाफाश करेंगे ।
कौन हैं योगी देवनाथ?
योगी देवनाथ जैसा कि उनके ट्विटर बायो में मेंशन किया गया है कि वह प्रभारी हिंदू युवा वाहिनी गुजरात प्रदेश, अखिल भारतीय साधु समाज के सदस्य और कच्छ संत समाज के अध्यक्ष हैं। इसके अलावा, देवनाथ का कहना है कि वह 25 से अधिक वर्षों से आरएसएस और भाजपा से जुड़े हुए हैं। अब तक, ट्विटर पर उनके 1.3 मिलियन फॉलोअर्स हैं औरवह सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय हैं। देवनाथ का एजेंडा बहुत स्पष्ट है, वह भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं। अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए वह अपने ट्विटर अकाउंट का सहारा लेते हैं।
हैरानी की बात यह है कि उनका ट्विटर अकाउंट पहले @MitaliShah121 नाम की लड़की के यूजरनेम से था।
पर्याप्त संख्या में फॉलोवर होने के बाद यह अकाउंट@Yogidevnath2 में परिवर्तित हो गया।
योगी देवनाथ द्वारा फैलाई गई फेक न्यूज
सोशल मीडिया पर योगी देवनाथ द्वारा फैलाई गई फर्जी खबरों की भरमार है। ऐसा लगता है कि बेतुकी बातें और झूठे दावे पोस्ट करना उनका एक शौक है। देवनाथ ने अखिलेश यादव पर कसाब के लिए दिये गए याचिका पर हस्ताक्षर करने का झूठा आरोप लगाया। उन्होंने एक मस्जिद की एडिटेड तस्वीर साझा की और महाराष्ट्र सरकार से सवाल किया कि वे इस मस्जिद को कब गिराएंगे? योगी देवनाथ ने ट्वीट कर झूठा दावा किया कि 32 साल बाद कश्मीर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी शोभा यात्रा निकाली गई। इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने गलत दावा किया कि मोदी जी की पटना रैली में ब्लास्ट करने वाले आतंकी आफताब आलम जमानत पर बाहर आया और पाकिस्तान भाग गया वही पाकिस्तान की लड़की से शादी की।
इसके अलावा, उनके ट्विटर अकाउंट को स्क्रॉल करते हुए, हम कई हेट ट्वीट्स देख सकते हैं।
हमने विश्लेषण करने के लिए उनके कुछ ट्वीट्स को अपने इस रिपोर्ट में शामिल किया है।
वर्डक्लाउड
वर्डक्लाउड उन शब्दों को बताता है जो ट्वीट्स में सबसे ज्यादा बार इस्तेमाल किए गए थे। योगी देवनाथ के समर्थकों के इस वर्डक्लाउड में ” पंजाब राइजिंग विद मोदी“, “वोट बीजेपी“, “पंजाब राइजिंग“, “हिंदू” आदि शब्द शामिल हैं।
हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण करने का प्रयास।
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है।उन्होने अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए राममंदिर , विश्वनाथ कॉरिडोर और हिंदुत्व के प्रचार का सहारा भी लिया है। साथ ही साथ उनके कुछ ट्वीट्स को देखकर हम समझ सकते हैं कि वह किस तरह से हिंदुओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। एक ट्वीट (लिंक) में उन्होंने लिखा, “CM कार्यालय पर लगी श्री राम लला की तश्वीर भी योगी जी के हटने पर हट जायेगी ! बात छोटी है पर विचारणीय है…”
उन्होने ट्वीट किया कि ,,“हिंदुओं आपको हाथ में पत्थर उठाने की आवश्यकता नहीं है सिर्फ कमल (? ) का बटन दबाना है बाकी मोदी योगी देख लेंगे…” इस ट्वीट से साफ ज़ाहिर हैं कि वह हिंदुओं को भड़काने की कोशिश कर रहे है।
अपने एक ट्वीट (लिंक) में उन्होंने यूपी चुनाव 2022 को धर्म युद्ध बताया और लिखा, “धर्म की लड़ाई में निमंत्रण नहीं भेजे जाते जिसका जमीर जिंदा हो वो खुद समर्थन में आ जाते हैं.!! ”
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योगी देवनाथ द्वारा प्रयोग में लाये गए हैशटैग
योगी देवनाथ ने कई हैशटैग का इस्तेमाल किया है, उनमें से कुछ हैं , #फिर_आ_रहे_हैं_महाराज_जी, #योगीदेवनाथ_अवतरण_दिवस, #NavaPunjabModiNaal, #जय_श्रीराम, #योगी_आएगा_भगवा_छाएगा।
हैशटैगट्रेंड में देवनाथ का योगदान
उन्होंने#योगी_आएगा_भगवा_छाएगा, #हिंदुओं_की_आवाज_योगी, #एक_ही_विकल्प_मोदी, #Justice4KashmiriHindusआदिहैशटैग को ट्रेंड कराने की कोशिश की ।
# योगी _ _ भगवा_ छाछ _ _
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#जस्टिस4कश्मीरी हिंदू |
#पंजाब_धर्मांतरण_मुक्त_करो | #एक_ही_विकल्प_मोदी |
#NavaPunjabModiNaal | #हिंदुओं_की_आवाज_योगी
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#ArrestMaulanaSaad
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#BanTablighiJamaat |
हैशटैग का इस्तेमाल
योगी देवनाथ के समर्थकों ने उनके एजेंडे को बढ़ाने के लिए उनके कई हैशटैग का इस्तेमाल किया।
उनमें से कुछ में शामिल हैं, #PunjabRisingWithModi , #PunjabWillDevelopWithModi, # गर्व _ से _ कहो _ हम _ हिंदू_ हैं , # फिर _ एक _ बार_ योगी_ सरकार , #upyogi_ संकल्प आदि ।
नफरत भरे ट्वीट्स
अंग्रेजों ने हमें कमजोर करने के लिए फूट डालो और राज करो की नीति का इस्तेमाल किया था ताकि वे हम पर आसानी से शासन कर सकें। एसा प्रतीत होता है कि, देवनाथ उनसे काफी प्रेरित हैं और विभिन्न समुदायों के बीच विभाजन पैदा करने के लिए नफरत को अपने प्रमुख हतियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
कुछ नेताओं को एक खास समुदाय से जोड़ने के लिए उन्होंने अपने ट्वीट में केजरुद्दीन , पप्पू खान जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया । ऐसा करके वह यह बताने की कोशिश करते हैं कि ये सभी नेता मुस्लिम समर्थक हैं और हिन्दू विरोधी है।
देवनाथ ने कालीचरण महाराज के समर्थन में काफी ट्वीट भी किए थे। हमारी EXCLUSIVE Report: कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी पर सोशल मीडिया पर फैले सांप्रदायिकता का विश्लेषण में, हमने पहले ही कालीचरण द्वारा फैलाए गए सांप्रदायिकता के विश्लेषण को कवर कर चुके हैं ।
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वेरिफाइड फॉलोअर्स
योगी देवनाथ के ट्विटर पर 1.3 मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं, कुछ वेरफाइड अकाउंट जो उनको फॉलो करते हैं, उनमें @pradip103 , @Sadhvi_prachi , @ramkadam , @ajrajbjp , @AtulKumarBJP , आदि शामिल हैं।
ट्वीट किए गए / अधिकतर उत्तर दिए गए खाते
नीचे वे अकाउंट हैं जिन्होंने ज्यादातर योगी देवनाथ के हैशटैग पर ट्वीट और रिप्लाइकिया। उनमें से कुछ हैं-@GourraveS ने 280 से अधिक बार ट्वीट किया, उसके बाद @prasad_perla , @AmbikeshBJP ने क्रमशः 130 और 65 से अधिक ट्वीट किए।
मेंशनअकाउंट
देवनाथ के समर्थकों द्वारा किए गए ट्वीट्स में जिन अकाउंट को ज्यादातर मेंशन या टैग किया गया था, उनमें शामिल हैं, @YogiDevnath2 जिसका 1,500 से अधिक उल्लेखों के साथ सबसे अधिक मेंशन किया गया था। फिर, @beingarun28 का 345 से अधिक बार मेंशन किया गया। इसके अलावा, @myogiadityanath , @narendramodi , और @kapilmishra_ind का क्रमशः 240, 82 और 72 टैग के साथ मेंशन किया गया था।
निष्कर्ष
योगी देवनाथ ने विभिन्न समुदायों के बीच नफरत पैदा करने के लिए अपने ट्विटर हैंडल का बहुत ही कुशलता से इस्तेमाल किया है। उनके ये कृत्यु धर्मनिरपेक्षता के मौलिक विचार के लिए खतरा हैं। हम 21 वीं सदी में जी रहे हैं। जाति या धर्म पर आधारित राजनीति का अब हमारे इस प्रगतिशील समाज़ मे कोई स्थान नही है। हमें इससे बाहर निकलने और विकास, शिक्षा और समानता जैसी कई अन्य महत्वपूर्ण चीजों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। और, जो लोग केवल एक विशेष समुदाय के बारे में चिंतित हैं और दूसरे सामुदाय के लोगों को नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं, वे केवल नफरत और हिंसा फैला सकते हैं, शांति और विकास नहीं।