महोबा उत्तर प्रदेश का एक जिला है, जो की 9वीं शताब्दी में बने सूर्य मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। हाल ही में महोबा थाने की एक महिला कांस्टेबल के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है, महिला कांस्टेबल को जिला हॉस्पिटल में भर्ती करा गया है क्युकी उसने ज़हर खाकर अपनी जान देने की कोशिश की थी। हिंदुस्तान अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक अपर पुलिस अधीक्षक आरके गौतम ने भी महिला कांस्टेबल से अपने संबंधों का जिक्र किया और अपराध करने के आरोप में दोषी कांस्टेबल अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया गया।
आदित्य न्यूज ने भी यही कहानी पोस्ट की है कि कैसे महोला जिले के पनवाड़ी इलाके की एक महिला कांस्टेबल के साथ बलात्कार हुआ और महिला ने ज़हर कहकर जाने देने की कोशिश।
फैक्ट चेक
ट्वीट को क्रॉस-चेक करने के बाद हमें महोबा पुलिस का एक ट्वीट मिला जिसमें दैनिक जागरण और हिंदुस्तान जैसे अखबारों द्वारा किए गए दावों का खंडन किया गया था। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा की यौन शोषित से पीड़ित महिला महोबा पुलिस स्टेशन में महिला कांस्टेबल नहीं है। उन्होंने इस बात का विरोध भी किया की बिना पूरा सच जाने कैसे मीडिया हाउसेस आरोप लगा देते है ।
💥विभिन्न समाचार पत्रों में दिनांक 02.02.2022 को प्रकाशिक शीर्षक “यौन शोषण से आहत महिला सिपाही ने खाया जहर” के #खण्डन के सम्बन्ध में।@UPPViralCheck #UPPolice @JagranNews @Live_Hindustan pic.twitter.com/d0NL2yxrTP
— MAHOBA POLICE (@mahobapolice) February 2, 2022
इसके अलावा, यूपी पुलिस फैक्ट चेक ने भी पोस्ट को दोबारा प्रकाशित किया और इस खबर का खंडन किया कि पीड़िता महोबा पुलिस स्टेशन में एक महिला कांस्टेबल नहीं है।
#FactCheck कतिपय समाचार पत्रों में जनपद महोबा में एक महिला आरक्षी के साथ दुष्कर्म की प्रकाशित खबर का @mahobapolice द्वारा खण्डन कर स्पष्ट किया कि उपरोक्त घटना की पीड़िता महिला आरक्षी नही हैI आरोपी आरक्षी के विरुद्ध अभियोग दर्ज कर आवश्यक विधिक कार्यवाही प्रचलित हैI #UPPViralCheck https://t.co/je3aAYnW0A
— UPPOLICE FACT CHECK (@UPPViralCheck) February 3, 2022
निष्कर्ष: इसलिए, यह खबर भ्रामक है क्योंकि पीड़िता महोबा पुलिस स्टेशन की महिला कांस्टेबल नहीं है।
दावा समीक्षा: क्या महोबा थाने की महिला कांस्टेबल का हुआ बलात्कार?
दावा द्वारा: हिंदुस्तान, आदित्य न्यूज
फैक्ट चेक: भ्रामक