भारत में ओमिक्रॉन कोरोना वायरस की भयावहता बढ़ती जा रही है। हर दिन डेढ़ लाख से ज्यादा केस आ रहे हैं। माना जा रहा है कि ये कोरोना की तीसरी लहर है। वहीं कोरोना महामारी से निपटने के लिए राज्य सरकारें तमाम उपाय कर रही हैं। वहीं सोशल मीडिया पर कोरोना से बचाव के लिए एक अजीबो-गरीब नुस्खा वायरल हो रहा है।
जर्मनी के वैज्ञानिकों के हवाले से कहा जा रहा है कि उन्होंने अपने शोध में पाया कि कोरोना गले में तेजी से फैल रहा है। जिसके बाद वैज्ञानिकों ने सलाह दिया है कि कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए गरम पानी और नमक से गरारे करना चाहिए। वैज्ञानिकों और मंत्रिमंडल ने ये भी दावा किया है कि अगर लोग दिन में कई बार गरम पानी और नमक के गरारे कर लेंगे तो कुछ ही हफ्तों में कोरोना को नियंत्रित किया जा सकता है।
फैक्ट चेकः
वायरल पोस्ट की पड़ताल के लिए हमने गूगल और सोशल मीडिया पर सर्च किया। ट्विटर पर हमें पीआईबी फैक्ट चेक का एक ट्वीट मिला। जिसमें इस वायरल पोस्ट की फैक्ट चेक की गई थी। इस फैक्ट चेक के मुताबिक गरम पानी और नमक के गरारे से कोरोना संक्रमण ठीक नहीं होता है।
#Coronavirus CANNOT be treated by gargling with warm water mixed with salt and vinegar.
This is #fakenews circulating on social media and WhatsApp.
For authentic information on #Coronavirusoutbreak, follow @PIB_India and @MoHFW_INDIA #PIBFactCheck #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/gKUGDBqR9Q
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 16, 2020
निष्कर्षः
फैक्ट चेक से साबित होता है कि ओमिक्रॉन कोरोना वायरस संक्रमण गरम पानी और नमक के गरारे से ठीक नहीं होता है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा भ्रामक है।