Dharamdas Maharaj
Swami Prabodhanand
Yati Narasinghanand
Sagar Sindhuraj Maharaj
Swami Premanand Maharaj
Ashwini Upadhyay
Swami Prabodhanand
Sindhu Sagar Swami
The speaker
Sagar Sindhuraj Maharaj
ट्विटर पर वीडियो के सामने आने के बाद 22 दिसंबर से #HaridwarHateAssembly & #HaridwarGenocidalMeet हैशटेग शुरू हुए, जो 23 दिसंबर तक जारी रहे। इस दौरान 2,600 से अधिक ट्वीट और 500 से अधिक रीट्वीट हुए। इस दौरान दोनों हैशटैग टॉप पर रहे।
वर्डक्लाउड से पता चलता है कि #HaridwarHateAssembly, #HaridwarGenocidalMeet के हैशटैग वाले ट्वीट्स में वर्डक्लाउड में दिखाये गए शब्दों का सबसे अधिक इस्तेमाल किया गया।
नीचे दिए गए ग्राफ़ से पता चलता है कि दोनों हैशटैग में @RahulGandhi को सबसे अधिक 97 बार मेंशन किया गया। उसके बाद @zoo_bear और @narendramodi को क्रमशः 84 और 72 बार मेंशन किया गया था।
नीचे दिए गए ग्राफ़ से पता चलता है कि वे कौन से यूजर थे जिन्होंने इन हैशटैग्स का उपयोग करते हुए सबस् ज्यादा बार ट्वीट किया और लोगों को रिप्लाई दिया। @LOC_bbk ने सबसे अधिक 30 बार ट्वीट किया। उसके बाद @Nadiassay और @mskhan78610 ने क्रमशः 29 और 26 बार ट्वीट किए।
#HaridwarHateAssembly और #HaridwarGenocidalMeet के साथ और भी कई हैशटैग का इस्तेमाल हुआ, जैसे #ArrestHaridwarGenocideMongers, #haridwar, #ArrestBhagwaTerrorists, इत्यादि।
इन हैशटैग मेंकई वेरिफाइड हैंडल भी शामिल हुए। जिन्होंने इन हैशटैग पर ट्वीट किया। कुछ वेरिफाइड अकाउंट जो शामिल हुए हैं: @sagarikaghose, @asadowaisi, @thewire_in, @TamilTheHindu आदि हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद देश के कई विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भी इन दोनों #HaridwarHateAssembly और #HaridwarGenocidalMeet हैशटेग का इस्तेमाल करते हुए उत्तराखंड की बीजेपी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए और पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई नहीं किए जाने की कड़ी आलोचना की।
हिंदुत्ववादी हमेशा नफ़रत व हिंसा फैलाते हैं।
हिंदू-मुसलमान-सिख-ईसाई इसकी क़ीमत चुकाते हैं।
लेकिन अब और नहीं!#IndiaAgainstHindutva #HaridwarHateAssembly
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 24, 2021
देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांगेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले में बीजेपी पर तंज़ कसते हुए ट्वीट किया कि हिंदुत्ववादी हमेशा नफ़रत व हिंसा फैलाते हैं। हिंदू-मुसलमान-सिख-ईसाई इसकी क़ीमत चुकाते हैं। लेकिन अब और नहीं! #IndiaAgainstHindutva #HaridwarHateAssembly
Strictest action should be taken against those who incite hatred and violence of this kind.
It is despicable that they should get away with making an open call to murder our respected ex-PM and unleash violence against people of different communities…1/2 pic.twitter.com/tNwXn0BS4Z
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 24, 2021
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘यह बेहद निंदनीय है कि वे हमारे माननीय पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या करने और विभिन्न समुदायों के लोगों के खिलाफ हिंसा करने का आह्वान करने के बाद भी यूं ही बच जाएं।’
हमारे देश में कुछ उपद्रवी तत्व एक समुदाय के लोगों की हत्या करने की बात कहें पर उनके ऊपर कोई कार्रवाई ना हो, इससे लगता है कि बीजेपी शासित राज्यों में जंगलराज की स्थिति बन गई है। दुनिया में जहां भी नरसंहार हुए वहां पहले ऐसे ही भड़काऊ भाषण हुए जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 25, 2021
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, उत्तराखण्ड के हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर को आयोजित हुए एक कार्यक्रम में भड़काऊ एवं हिंसा के लिए उकसाने वाले भाषणों के वीडियो वायरल होने के बावजूद अभी तक कोई गिरफ्तारी ना होना शर्मनाक है। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री इस मुद्दे पर चुप्पी साधे बैठे हैं। हमारे देश में कुछ उपद्रवी तत्व एक समुदाय के लोगों की हत्या करने की बात कहें पर उनके ऊपर कोई कार्रवाई ना हो, इससे लगता है कि बीजेपी शासित राज्यों में जंगलराज की स्थिति बन गई है। दुनिया में जहां भी नरसंहार हुए वहां पहले ऐसे ही भड़काऊ भाषण हुए जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
I've filed a complaint with SHO, Jwalapur PS in Haridwar against the #HaridwarHateAssembly conducted from 17th-20th December at Ved Niketan Dham.
Failing the registration of an FIR against the organizers & speakers in 24 hrs, a plaint shall be made to the Judicial Magistrate. https://t.co/hnUdNiurve pic.twitter.com/Xgv6FCu3ZM
— Saket Gokhale MP (@SaketGokhale) December 23, 2021
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस )TMC) के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले ने ट्वीट किया कि मैंने वेद निकेतन धाम में 17-20 दिसंबर को आयोजित #HaridwarHateAssembly के खिलाफ हरिद्वार में एसएचओ ज्वालापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। 24 घंटे में आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज न करने पर न्यायिक मजिस्ट्रेट के पास एक वाद दायर किया जाएगा।
3 days of hate speeches inciting armed violence against Minorities is a flagrant violation of the Constitution and universal human rights.
Such impunity by hate mongers is the hallmark under BJP govts.
Arrest the perpetrators immediately.https://t.co/7CmbC4d7XO pic.twitter.com/hLNuKkKM9N— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) December 24, 2021
सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचूरी ने ट्विट कर कहा, 3 दिनों तक अल्पसंख्यकों के खिलाफ सशस्त्र हिंसा को भड़काने वाली अभद्र भाषा संविधान और सार्वभौमिक मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। नफरत फैलाने को इस तरह की सजा माफी भाजपा सरकार की पहचान है। अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करो।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इन वीडियो ने न केवल देश के मुसलमानों में बल्कि ईसाई समुदाय में भी डर का माहौल पैदा करने का प्रयास किया। इसके अलावा मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा, उनकी हत्या, उनका आर्थिक रूप से बहिष्कार आदि के जरिये देश की बहुसंख्यक हिन्दू समाज को भड़काने की पूरी कोशिश की गई। इस पूरे मामले में उत्तराखंड पुलिस की कार्यशैली भी सवालो के घेरे में रही।
इस धर्म संसद में नफरत के उद्घोष के बाद देश और विदेश में भारत को छवि को काफी गहरा धक्का लगा है। सोशल मीडिया से लेकर मेनस्ट्रीम मीडिया तक भारत और यहां के कानून व्यवस्था की काफी आलोचना हो रही है।