हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 दिसंबर, 2021 को गोवा मुक्ति दिवस समारोह में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत पर मुगलों के शासन के दौरान गोवा पुर्तगालियों के अधीन था।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, “गोवा में पुर्तगालियों का शासन तब आया जब देश के अन्य हिस्सों में मुगलों का शासन था। उसके बाद देश ने कई राजनीतिक तूफान और सत्ता में बदलाव देखा, लेकिन राजनीति में सभी बदलावों के बावजूद, गोवा अपनी भारतीय पहचान को नहीं भूला, न ही भारत गोवा को भुला।”
फैक्ट चेक:
जब हमारी टीम ने पीएम मोदी के इस दावे की पड़ताल की तो पाया कि भारत में मुगल साम्राज्य की स्थापना गोवा पर पुर्तगालियों के शासन के एक दशक बाद हुई थी।
गोवा के सूचना और प्रचार विभाग की वेबसाइट के अनुसार, 1510 में, पुर्तगालियों ने सत्तारूढ़ बीजापुर राजाओं को तिमैया नामक एक स्थानीय सहयोगी की मदद से हरा दिया और वेल्हा गोवा (या ओल्ड गोवा) में एक स्थायी समझौते के तहत अपनी सत्ता स्थापित की थी।
वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग की वेबसाइट पर प्रकाशित मध्यकालीन भारत पर एक पाठ्यपुस्तक के अनुसार, मुगल राजवंश की स्थापना 1526 में पानीपत के प्रथम युद्ध में लोदी वंश के आखिरी शासक इब्राहिम लोदी की बाबर के हार के बाद हुई थी।
इसके अलावा पुर्तगाली शासन की शुरुआत का कालक्रम 1510 माना गया। जो गोवा-कनारा पुर्तगाली संबंध 1498-1763 में भी सूचीबद्ध है।
अत: पीएम मोदी का ये दावा भ्रामक है।