सोशल मीडिया पर अध्यात्मिक हिन्दू धर्मगुरु श्री श्री रविशंकर का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में श्री श्री रविशंकर दावा करते हैं कि ऑस्ट्रेलिया का नाम महाभारत के अस्त्रालया से निकलकर सामने आया है। रविशंकर ने अपने धार्मिक उद्बोधन में कहते हैं- “ऑस्ट्रेलिया हैं ना देश। इसका अर्थ पता है कैसे आया? मूल पता है कैसे आया? अस्त्रालया, महाभारत में अस्त्रालया से ऑस्ट्रेलिया बना।”
ट्वीटर और फेसबुक पर श्री श्री रविशंकर का यह बयान जमकर वायरल हो रहा है। कई लोग उनके बयान के समर्थन में हैं, तो कई लोग इस बयान की वैज्ञानिकता पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं एक साध्वी द्वारा भी ऑस्ट्रेलिया नाम का मूल महाभारत के अस्त्रालया से निकलकर आने का दावा किया जा रहा है। सफेद रंग की साड़ी पहने यह साध्वी अपने उद्बोदन में कहती है कि अस्त्रालया से ऑस्ट्रेलिया बना है, जहां पांडव अपने हथियारों को रखा करते थे।
As a former citizen of India and a current citizen of Australia I am extremely glad to learn about this ancient connection between the two countries ❤️🇮🇳🇦🇺https://t.co/ktcb3dtDFZ
— anechoic (@anechoic_calm) November 1, 2021
इसके अलावा यह भी दावा करती है कि मॉरीशस वह जगह है जहां रावण के मामा मारिची रहा करते थे। इसलिए मारिची के निवास स्थान को मॉरीशस कहते हैं। वहीं उनका यह भी दावा है कि अफ्रीका वह जगह है जहां लव और कुश रहते थे, इसलिए अफ्रीका को कुशीनगर कहते है।
फैक्ट चेकः
सबसे पहले हमने ऑस्ट्रेलिया के महाभारत के अस्त्रालया से आने के दावे की जांच। हमने गुगल सर्च किया तो इस संदर्भ में कई लेख सामने आए। nriaffairs.com की स्टोरी के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय पुस्तकालय के अनुसार अंग्रेजी खोजकर्ता मैथ्यू फ्लिंडर्स ने ऑस्ट्रेलिया नाम का उपयोग करने के लिए सुझाव दिया था।
मैथ्यू फ्लिंडर्स 1803 में महाद्वीप पर जाने वाले करने वाले पहले व्यक्ति थे और 1804 में हाथ से खींचे गए नक्शे पर महाद्वीप का वर्णन करने के लिए ‘ऑस्ट्रेलिया’ नाम का इस्तेमाल किया। राष्ट्रीय पुस्तकालय में एक लेख है जिसे उसकी वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।
यह लेख उनकी यात्रा का वर्णन करते हुए कहता है कि इस संदर्भ में नक्शा और पुस्तक अंततः 1814 में प्रकाशित हुई, जिसमें ‘टेरा ऑस्ट्रेलिस’ नाम का इस्तेमाल किया गया। हालांकि फ्लिंडर्स ने कहा कि उनकी प्राथमिकता अभी भी ‘ऑस्ट्रेलिया’ थी। आप टेरा ऑस्ट्रेलिस या ऑस्ट्रेलिया के नक्शे का उनका सामान्य चार्ट ऑनलाइन देख सकते हैं।
“ऑस्ट्रेलिया नाम पहले प्रिंट में दिखाई दिया था, लेकिन केवल व्यापक रूप से पौराणिक दक्षिणी भूभाग पर लागू किया गया था। इस नाम की सबसे पहली छपाई 1545 में प्रकाशित एक खगोलीय ग्रंथ में है। मानचित्र के शीर्ष पर दक्षिण के साथ, एक छोटा विंड हेड मैप कल्पित दक्षिणी भूभाग का नाम ‘ऑस्ट्रेलिया’ रखता है।”
ऑस्ट्रेलिया नाम əˈstreɪliə लैटिन ऑस्ट्रेलिया से लिया गया है, जिसका अर्थ है "दक्षिणी" और विशेष रूप से यह पूर्व-आधुनिक भूगोल में काल्पनिक टेरा में आस्ट्रेलिया को कहा जाता है। 1804 से एक्सप्लोरर मैथ्यू फ्लिंडर्स द्वारा यह नाम ऑस्ट्रेलिया, कहा गया और उसी के बाद यह नाम लोकप्रिय हुआ।
— Vijay Shanker Singh IPS Rtd (@vssnathupur) November 2, 2021
रिटायर्ड आईपीएस विजय शँकर सिंह के मुताबिक- ऑस्ट्रेलिया नाम əˈstreɪliə लैटिन ऑस्ट्रेलिया से लिया गया है, जिसका अर्थ है “दक्षिणी” और विशेष रूप से यह पूर्व-आधुनिक भूगोल में काल्पनिक टेरा में आस्ट्रेलिया को कहा जाता है। 1804 से एक्सप्लोरर मैथ्यू फ्लिंडर्स द्वारा यह नाम ऑस्ट्रेलिया, कहा गया और उसी के बाद यह नाम लोकप्रिय हुआ।
महाभारत में यह उल्लेख तो मिलता है कि, पांडवों ने, अपनी अज्ञातवास की अवधि के दौरान, अपने अस्त्र शस्त्र शमी के एक वृक्ष के कोटर मे छुपा कर रख दिए थे, पर वह शमी वृक्ष ऑस्ट्रेलिया में नही था, राजा विराट के राज्य में था।
— Vijay Shanker Singh IPS Rtd (@vssnathupur) November 2, 2021
वहीं ऑस्ट्रेलिया में पांडवों द्वारा अस्त्र-शस्त्र रखने पर विजय शंकर सिंह लिखते हैं- महाभारत में यह उल्लेख तो मिलता है कि, पांडवों ने, अपनी अज्ञातवास की अवधि के दौरान, अपने अस्त्र शस्त्र शमी के एक वृक्ष के कोटर मे छुपा कर रख दिए थे, पर वह शमी वृक्ष ऑस्ट्रेलिया में नही था, राजा विराट के राज्य में था।
इन संदर्भों के देखने के बाद से यह सामने आता है कि श्री श्री रविशंकर सहित दूसरे लोगों द्वारा किया दावा भ्रामक है।