न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में हुए 9/11 के आतंकी हमले पर फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो शेयर किया गया है। 9/11 के हमले में कथित तौर पर ‘कोई विमान नहीं’ दिखाने वाला यह वीडियो एक फेक वीडियो है। दावा किया जा रहा है कि 9/11 एक आतंकवादी हमले के रूप में यह एक नियंत्रित विध्वंस था। उन्होंने बस टावरों को उड़ा दिया। दावा किया जा रहा है कि हमले में कोई विमान नहीं था। उन्होंने रिकॉर्ड किए गए वीडियो में कंप्यूटर जेनरेटेड इमेज (सीजीआई) डाली।
एक यूजर ने लिखा कि, “उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि जिन लोगों ने 9/11 के हमलों को अपने जेवीसी हैंडीकैम से फिल्माया था, वे इसे सालों बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट करेंगे। कभी कोई विमान नहीं था, इसे शेयर करें।” इस पोस्ट को 26 हजार से अधिक बार देखा गया है। जबकि फेसबुक पर अन्य वीडियो को 12 हजार से अधिक बार देखा गया है। ये वीडियो 9/11 हमले की 20वीं बरसी से कुछ दिन पहले शेयर किए गए थे।
फैक्ट चेकः
हालांकि, वीडियो को मूल फुटेज में देखे गए एक विमान को हटाने के लिए छेड़छाड़ की गई है। कुछ विश्लेषण और इमेज सर्च करने के बाद वास्तविक वीडियो को YouTube पर पाया गया। इस वीडियो का श्रेय फोटो जर्नलिस्ट कीथ लोपेज को दिया जाता है। इस वीडियो में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के साउथ टॉवर से टकराते हुए एक विमान को साफ तौर पर दिखाया गया है।
साथ ही अन्य समाचार चैनलों के फुटेज भी उस क्षण को दिखाते हैं जब फ्लाइट-175 साउथ टॉवर से टकराई, जिसमें सीएनएन लाइव प्रसारण भी शामिल है।
इसलिए यह स्पष्ट रूप से बताता है कि समाज में फर्जी खबरें फैलाने के लिए मूल फुटेज का दुरुपयोग और उसमें छेड़छाड़ किया गया है।