सोशल मीडिया पर तमाम तरह की भ्रामक, झूठी, गलत और तथ्यहीन खबरें प्रसारित होती रहती हैं। इन खबरों को सोशल मीडिया पर आम लोगों द्वारा शेयर किया जाता है। लेकिन मौजूदा वक्त में भ्रामक और झूठी खबरों को मीडिया जगत की बड़ी हस्तियों द्वारा भी पोस्ट किया जा रहा है। ये पत्रकार बिना किसी फैक्ट चेक के इन फोटो और वीडियो को पोस्ट कर देते हैं। 31 अगस्त 2021 से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक हेलीकॉप्टर से एक शख्स रस्सी के सहारे लटका हुआ दिख रहा है।
दावा किया जा रहा है कि तालिबान द्वारा इस व्यक्ति को हेलीकॉप्टर से लटकाकर फांसी दी जा रही है। जी न्यूज के पत्रकार सुधीर चौधरी ने भी इस वीडियो को ट्वीट किया। सुधीर के अलावा रिपब्लिक टीवी सहित कई मीडिया संस्थानों ने भी इस वीडियो को पोस्ट किया है। सभी ने दावा किया है कि हेलीकॉप्टर से लटकाकर इस शख्स को फांसी दी जा रही है।
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे वीडियो की जांच में सामने आया है कि वीडियो अफगानिस्तान का ही है। इसे सहसे पहले तालिब टाइम्स ने पोस्ट किया है। इस वीडियो के साथ टाइटल दिया गया है कि “हमारी वायु सेना इस समय, इस्लामिक अमीरात के वायु सेना के हेलीकॉप्टर कंधार शहर के ऊपर से उड़ान भर रहे हैं और शहर में गश्त कर रहे हैं।”
उसी हेलिकॉप्टर के शॉट में दूसरे एंगल में देखा जा सकता है कि आदमी हाथ हिला रहा है और जिंदा है।
इसलिए, रिपब्लिक टीवी, सुधीर चौधरी और अन्य भारतीय समाचार मीडिया आउटलेट द्वारा किया गया दावा झूठा है। लेकिन सवाल सुधीर चौधरी और रिपब्लिक भारत सहित उन तमाम मीडिया संस्थानों से है कि बिना किसी फैक्ट चेक के इन वीडियो को प्रसारित कर जनता के सामने गलत खबर क्यों प्रकाशित किया गया। लोग गलत खबरों की सत्यापन के लिए टीवी और अखबारों का सहारा लेते हैं लेकिन जब इन्हीं संस्थानों द्वारा झूठी खबर प्रसारित की जाने लगेगी तो जनता को सही खबर कैसे मिलेगी।