27 अगस्त, 2021 को समाचार वेबसाइट मोलिटिक्स ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें भीड़ को एक डोसा स्टॉल पर काम करते हुए दिखाया गया था। कैप्शन में दावा किया गया है कि यह वीडियो मथुरा का है और डोसा स्टॉल का नाम “श्रीनाथ” है।
वीडियो में दिख रहे लोगों को विक्रेता से सवाल पूछते और सुना जा सकता है। जैसे-जैसे वीडियो आगे बढ़ता है हमें उस समूह द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले गुस्से के स्वर का अहसास होने लगता है। वे इस बात पर जोर देने लगते हैं कि जब वह मुसलमान है तो उसने अपने स्टाल पर ‘श्रीनाथ’ नाम का इस्तेमाल करने की हिम्मत कैसे की।
इस हिंसक समूह के सवालों पर स्टॉल लगाने वाला शख्स शांत कहा और उसने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन आखिर में, इस समूह में शामिल लोग स्टॉल पर चढ़ना शुरू करते हैं और उसे फाड़ देते हैं।
भीड़ द्वारा किया गया यह हिंसक कार्य है। इस हिंसक समूह ने सिर्फ इसलिए मुस्लिम दुकानदार के पोस्टर को फाड़ दिया क्योंकि उन्होंने अपने स्टाल का नाम ‘श्रीनाथ’ रखा था। इस तरह की नफ़रत और उत्पीड़न न सिर्फ वर्चुअल वर्ल्ड बल्कि धरातल पर भी अधिक प्रचलित हो रहा है। ऐसे कृत्यों की कड़ी निंदा की जानी चाहिए।