भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एंव वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई का फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाकर उससे भ्रामक एंव नफरत वाली सामग्री पोस्ट की जा रही है। इस ट्विटर अकाउंट का यूज़रनेम @THEGOGAI है। यह अकाउंट अक्टूबर 2019 में बनाया गया था और जिसके अब तक एक लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं। हालांकि इस ट्विटर अकाउंट से पोस्ट की जाने वाली भड़काऊ सामग्री का फॉलोवर्स की संख्या का कोई लेना देना नहीं है, क्योंकि यह ज्यादातर एक कमेंट्री खाता है। इस अकाउंट से किए गए ट्वीट में फेक न्यूज से लेकर अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए अशोभनीय टिप्पणियां तक शामिल हैं।
फेक न्यूज़
3 अगस्त 2021 को इस अकाउंट से एक ट्वीट पोस्ट किया गया जिसमें राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए लिखा गया कि राजस्थान में अगर एक मिनट भी बिजली न जलाएं तब भी फिक्स चार्ज के रूप में 800 देने होंगे, जबकि कांग्रेस घोषणापत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि बिजली के दाम नहीं बढ़ेंगे। इस ट्वीट को 1.2k से अधिक लाइक और 317 रीट्वीट मिले हैं।
क्या था इरादा
इस ट्वीट का मकसद राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को बदनाम करके झूठी सूचना फैलाना था ताकि कांग्रेस के खिलाफ माहौल तैयार करने में अधिक लोगों की मदद मिल सके। इस तरह के सोशल मीडिया अकाउंट्स का उद्देश्य केवल उनसे प्रेषित होने वाली सामग्री को पढ़ने वाले व्यक्तियों के मन में नफरत का बीज बोना है।
दावा और फैक्ट
जब इस बाबत राजस्थान सरकार की बिजली विभाग की आधिकारिक वेबसाइट की खंगाली गई तो बिजली विभाग की नवीनतम रेट लिस्ट देखने पर हमने पाया कि कोई भी दर @THEGOGAI द्वारा पोस्ट किए गए आंकड़े से मेल नहीं खाती। इसलिए यह जानकारी झूठी है। राजस्थान राज्य की बिजली विभाग की रेट लिस्ट का स्क्रीनशॉट नीचे दिया जा रहा है।
हेट स्पीच
जब से यह अकाउंट बनाया गया है, तभी से इस अकाउंट से अल्पसंख्यकों के खिलाफ अक्सर अपमानजनक शब्दों और एक समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस अकाउंट द्वारा अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ किस प्रकार की अभद्र अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया जाता है, उसकी एक झलक नीचे दिए गए स्क्रीन शॉट्स से पता चलती है।
पूर्व चीफ जस्टिस के नाम से बने इस ट्विटर अकाउंट द्वारा उपयोग की जाने वाली अपमानजनक भाषा के कुछ स्पष्ट उदाहरण हमने आपको दिखाए हैं, जो अल्पसंख्यक समुदायों के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। तथ्य यह है कि इस खाते के हजारों फॉलोवर्स हैं क्योंकि एक बार जब कोई व्यक्ति नियमित रूप से ऐसी घृणित भाषा पढ़ना शुरू कर देता है, तो वह वास्तव में इससे सहमत होना शुरू कर देता है, यह उस देश में और खतरनाक हो सकता है जहां सांप्रदायिकता सबसे तनावपूर्ण मुद्दों में से एक हो।
इस अकाउंट को ऑपरेट करने वाले शख्स ने इस तरह के ट्वीट लिखने के लिए पूर्व CJI के रूप में खुद को चुना है, जो बेहद खतरनाक है।