एशियन न्यूज इंटरनेशनल (ANI) भारत की एक समाचार एजेंसी है, जो भारत और विदेशों के मीडिया घरानों को मल्टीमीडिया समाचार फ़ीड प्रदान करती है। एएनआई की स्थापना प्रेमप्रकाश ने 1971 में की थी। एएनआई द्वारा सभी मीडिया संस्थानों को ऑनलाइन फीड भेजने अलावा इसे ट्वीट पर भी अपलोड किया जाता है।
ट्विटर पर 1 जनवरी 2022 को नए साल के अवसर पर एएनआई ने एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- “इंडिया गेट के पास से # newyear2022 के पहले सूर्योदय का दृश्य”।
#FACTCHECK
एएनआई द्वारा इस तस्वीर को दिल्ली के इंडिया गेट के दृश्य के संबंध में दावे की पड़ताल पर ये फैक्ट सामने आया है कि इंडिया गेट और राजपथ क्षेत्र के पास 2-3 किमी की दूरी में कोई जल निकाय मौजूद नहीं है। शास्त्री भवन से इंडिया गेट की दूरी 2.5 किमी है, जैसा कि नीचे दिए गए स्नैप शॉट में दिखाया गया है और आप राजपथ मार्ग के आसपास कोई जल निकाय नहीं देख सकते हैं।
वहीं इसी वीडियो को एएनआई हिन्दी न्यूज द्वारा 1 जनवरी 2022 को पोस्ट किया गया था। एएनआई हिन्दी के इस पोस्ट के मुताबिक यह वीडियो दिल्ली के इंडिया गेट का नहीं बल्कि मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया का वीडियो था। इसलिए एएनआई द्वारा किया पोस्ट भ्रामक है।
#REACTION
एएनआई द्वारा किए गए ट्वीट पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी की। उन्होंने लिखा- “और 70 साल तक लोगों को इंडिया गेट पर अरब सागर नहीं दिखाया गया…”
एएनआई द्वारा “2022 के पहले सूर्योदय के दृश्य” वाले ट्वीट करने के 21 मिनट के अंदर, पवन खेड़ा ने ट्वीट पर रीट्वीट किया। जिसके बाद पवन खेड़ा के ट्वीट पर कई अकाउंट्स ने रीट्वीट किया और एएनआई द्वारा की गई गलती पर उनका मजाक उड़ाते हुए व्यंग किया।
#Evidence
एएनआई ने 1 जनवरी, 2022. को किए गए इस पोस्ट को डिलीट कर दिया। यहां एएनआई द्वारा डिलीट किए गए ट्वीट का आर्काइव लिंक और एक स्नैप शॉट है।
निष्कर्षः
इस फैक्ट से साबित हो रहा है कि एएनआई द्वारा जो जिस तस्वीर को दिल्ली के इंडिया गेट का बताकर पोस्ट किया गया था। वह दरअसल गेटवे ऑफ इंडिया का वीडियो था। जिसे इंडिया गेट दिल्ली बताकर पोस्ट किया गया था।