सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा अकाउंट्स भारतीय विदेश मंत्रालय का एक टॉप सीक्रेट लेटर लीक होने का दावा कर रहे हैं। इस सीक्रेट लेटर में कथित तौर पर पाकिस्तान से रिक्वेस्ट की गई है कि इमरान खान को भी शेख हसीना की तरह राजनीतिक कैदी बनाकर भारत भेज दिया जाए।
अंग्रेजी भाषा में लिखे गए इस लेटर का हिन्दी अनुवाद है,
‘विदेश सचिव, इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान, विदेश मंत्रालय, इस्लामाबाद।
महामहिम, मामले की सेंसिटिविटी को देखते हुए यह कम्युनिकेशन रिस्ट्रिक्टेड डिप्लोमैटिक चैनल के ज़रिए भेजा जा रहा है। भारत सरकार आपके देश में अभी हिरासत में लिए गए मिस्टर इमरान अहमद खान नियाज़ी की पर्सनल सिक्योरिटी और फिजिकल हेल्थ के बारे में फॉर्मल तौर पर चिंता ज़ाहिर करना चाहती है। हमारी असेसमेंट यूनिट्स को ऐसे इनपुट मिले हैं जिनसे पता चलता है कि अंदरूनी पॉलिटिकल टेंशन, गुटों की दुश्मनी और डिटेंशन सेंटर के अंदर बढ़ती अस्थिरता की वजह से मिस्टर खान के औस-पास खतरे का माहौल बढ़ रहा है। हालांकि पाकिस्तान सरकार के अंदरूनी फैसले पूरी तरह से आपके अधिकार क्षेत्र में हैं, लेकिन यह चिंता इलाके के इतिहास से मिले सबक पर आधारित है, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का मामला भी शामिल है, जिनकी सुरक्षा के लिए पॉलिटिकल टकराव के समय बार-बार खास सुरक्षा उपायों की ज़रूरत पड़ी। इन समानताओं को देखते हुए और इलाके की स्थिरता के लिए, हम पाकिस्तान सरकार से रिक्वेस्ट करते हैं कि वह मिस्टर खान को आपसी सहमति से बने प्रोटेक्टिव फ्रेमवर्क के तहत कुछ समय के लिए किसी सुरक्षित जगह पर ट्रांसफर करने पर विचार करे। यह रिक्वेस्ट आपके कानूनी तीकों का पूरा सम्मान करते हुए और कानूनी प्रक्रिया में दखल देने के किसी भी इरादे के बिना की जा रही है। इसका एकमात्र मकसद ऐसे किसी भी नतीजे को रोकना है जिससे तनाव बढ़ सकता है या ऐसे नतीजे हो सकते हैं जिन्हें बदला न जा सके। अंगर पाकिस्तान सरकार को इस प्रपोज़ल पर विचार करने में कोई फ़ायदा मिलता है, तो हम एक गुप्त संपर्क सिस्टम के ज़रिए तौर-तरीकों पर बात करने के लिए तैयार हैं। हमें भरोसा है कि आपका सम्मानित ऑफ़िस इस बातचीत को ज़रूरी कॉन्फिडेंशियलिटी के साथ रखेगा। महामहिम, कृपया हमारी सबसे ज़्यादा तवज्जो का भरोसा स्वीकार करें। ईमानदारी से, (संयुक्त सचिव) पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान (पीएआई) प्रभाग, विदेश मंत्रालय, साउथ ब्लॉक, नई दिल्ली।’
इस लेटर को शेयर करते हुए अबुबकर कासिम नामक यूजर ने लिखा, ‘ब्रेकिंग न्यूज़: भारतीय विदेश मंत्रालय का टॉप सीक्रेट लेटर सोशल मीडिया पर लीक हो गया है। भारत सरकार ने पाकिस्तान से रिक्वेस्ट की है कि हसीना वाजिद की तरह इमरान खान को भी पॉलिटिकल कैदी के तौर पर भारत भेजा जाए।’
कई अन्य यूजर्स ने भी इस भी पत्र को शेयर किया है, जिसे यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने जांच में पाया कि वायरल लेटर फेक है। भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा ऐसा कोई लेटर पाकिस्तान को नहीं लिखा गया है। हमने विदेश मंत्रालय के आधिकारिक वेबसाइट पर इस लेटर के संबंध में सर्च किया। लेकिन हमें यहां ऐसा कोई लेटर नहीं मिला। वहीं हमने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल के एक्स हैंडल को भी देखा, लेकिन हमें वायरल सीक्रेट पत्र के बारे में कोई सूचना नहीं मिली।
आगे की जांच के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स भी सर्च किया। लेकिन हमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया संस्थान द्वारा प्रकाशित ऐसी कोई न्यूज नहीं मिली, जिसमें भारत द्वारा पाकिस्तान को पत्र लिखकर इमरान खान को भारत भेजने की रिक्वेस्ट की सूचना दी गई हो।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर शेयर किया गया सीक्रेट लेटर फेक है। इमरान खान को भारत भेजने के लिए विदेश मंत्रालय द्वारा कोई पत्र पाकिस्तान को नहीं लिखा गया है।