सोशल मीडिया पर एक अखबार की न्यूज कटिंग शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस ने बिहार चुनाव के लिए जारी किए गए अपने मेनिफेस्टो में गोमांस को वैध किए जाने का वादा किया है। इसके अलावा इस न्यूज कटिंग में देखा जा सकता है कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग, महालेखा परीक्षक एवं नियंत्रक और केंद्रीय मानवाधिकार आयोग में मुस्लिमों की नियुक्ति करेने का वादा किया है।
इस न्यूज कटिंग को शेयर करते हुए मनोज श्रीवास्तव नामक यूजर ने लिखा, ‘बिहार में गौमान्स को वैध कर देंगे* *18% वोट बैंक को ख़ुश करने के लिए* *82% की आस्था से खिलवाड़* *बात गौमाता से जुड़ी हैँ* *इस लिए शेयर कर रहा हु’

इसके अलावा इस न्यूज कटिंग को कई अन्य यूजर्स द्वारा भी ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया गया है, जिसे यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने जांच में वायरल दावे को गलत पाया। कांग्रेस द्वारा बिहार चुनाव के लिए मेनिफेस्टो में गोमांस को वैध करने का वादा नहीं किया है। हमें कांग्रेस का पूरा मेनिफेस्टो पार्टी के ऑफिशियल वेबसाइट inc.in पर मिला। महागठबंधन ने संयुक्त रुप से यह घोषणा पत्र जारी किया है। इस घोषणा पत्र को ‘बिहार का तेजस्वी प्रण’ नाम दिया गया है। 31 पेज के इस घोषणा पत्र में हमें कहीं गोमांस के संबंध में कोई घोषणा नहीं मिली।
वहीं हमारी टीम ने वायरल न्यूज कटिंग की जांच करने पर पाया कि इसे वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों के वक्त भी कांग्रेस के मेनिफेस्टो का बताकर शेयर किया गया था। हालांकि कांग्रेस ने उस वक्त भी अपने घोषणा पत्र ऐसा कोई ऐलान नहीं किया था, जो वायरल न्यूज कटिंग में लिखा है। वर्ष 2024 में DFRAC की टीम ने वायरल न्यूज कटिंग का फैक्ट चेक किया था, जिसे यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जारी मेनिफेस्टो में गोमांस को वैध किए जाने का वादा नहीं किया है। इसलिए यूजर्स का दावा गलत है।

