सोशल मीडिया पर लेह के एडीसी गुलाम मोहम्मद का एक बयान शेयर किया गया है। इस बयान में एडीसी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी का आदेश गृह मंत्रालय से आया था और गृह मंत्री अमित शाह के कहने पर ही गिरफ्तारी की गई है।
Anuska Tiwari नामक यूजर ने एडीसी गुलाम मोहम्मद का वीडियो शेयर करते हुए अंग्रेजी भाषा में कैप्शन लिखा, जिसका हिन्दी अनुवाद है, ‘कमिश्नर की ओर से यह बहुत गंभीर बात है, भाजपा ने भारत के दुश्मनों से भी ज़्यादा नुकसान पहुँचाया है। लेह के एडीसी गुलाम मुहम्मद ने स्वीकार किया कि अमित शाह ने ही सोनम वांगचुक की गिरफ़्तारी का आदेश दिया था। उन्होंने जनता से पुलिस पर हमला करने के बजाय भाजपा कार्यालयों पर हमला करने की अपील की।’

इसके अलावा एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘लद्दाख के एडीसी का कहना है कि सोनम वांगचुक को गिरफ्तार करने और पाकिस्तानी एजेंट कहकर बदनाम करने का आदेश अमित शाह से आया था! बहुत ही गंभीर इल्ज़ाम हैं, आपको क्या लगता है। क्या अमित शाह ऐसा कर सकते हैं?’

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि एडीसी गुलाम मोहम्मद का वायरल वीडियो डिजिटली बनाया गया है। उन्होंने कहीं भी यह नहीं कहा कि गृह मंत्रालय और अमित शाह के आदेश के बाद सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी की गई है। एडीसी गुलाम मोहम्मद का पूरा वीडियो Department of Information & Public Relations, Leh, Ladakh के पेज पर 25 सितंबर 2025 को शेयर किया गया है।
फैक्ट चेकः
— DFRAC (@DFRAC_org) October 3, 2025
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि एडीसी गुलाम मोहम्मद का वायरल वीडियो डिजिटली बनाया गया है। उन्होंने कहीं भी यह नहीं कहा कि गृह मंत्रालय और अमित शाह के आदेश के बाद सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी की गई है।
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आगे की जांच करने पर हमें एडीसी गुलाम मोहम्मद के प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो कई अन्य यूट्यूब चैनल्स पर भी मिला, इसमें भी देखा जा सकता है कि एडीसी ने नहीं कहीं भी केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी की बात नहीं कही है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर लेह एडीसी गुलाम मोहम्मद का डिजिटली अल्टर्ड बयान शेयर किया गया है। इसलिए यूजर्स का दावा फेक है।

