सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो को ताजिकिस्तान का बताया जा रहा है। वीडियो के हवाले से दावा किया जा रहा है बुर्के और हिजाब पर प्रतिबंध के बाद अब ताजिकिस्तान कट्टरपंथ से निपटने के लिए मस्जिदों को डांस हाल में बदल रहा है।

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सोशल साईट X पर वेरिफाइड यूजर डॉ. मालौफ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि 97% मुस्लिम बहुल देश ताजिकिस्तान, जिसने पहले ही बुर्के और हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया था, अब कट्टरपंथ से लड़ने के लिए मस्जिदों को डांस हॉल में बदल रहा है। क्या आपको यह विचार पसंद आया?

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इसके अलावा कई अन्य यूजर ने ऐसे ही दावे के साथ वायरल वीडियो को शेयर किया है। जिसे यहां पर क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेक:

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वायरल वीडियो के साथ किये गए दावे की जांच के लिए DFRAC ने सबसे पहले वायरल वीडियो को कीफ्रेम में कन्वर्ट किया और फिर अलग-अलग कीफ्रेम को रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें ऐसा ही एक वीडियो फेसबुक पर मिला। जहां रूसी भाषा में वीडियो के कैप्शन में हमें कुछ कीवर्ड “ताजिकिस्तान 🇹🇯, खुजंद शहर, नवरूज़ 2025, #ताजिकिस्तान🇹🇯 #ताजिकिस्तान #खुजंद #नवरूजी” लिखे मिले।

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ऐसे में हमने जांच को आगे बढ़ाते हुए रूसी भाषा के कुछ कीवर्ड को फिर से सर्च किया। इस दौरान हमें फेसबुक पर 5 अप्रैल 2025 को शेयर की गई एक अन्य पोस्ट मिली। जो वायरल वीडियो से जुड़ी थी। रूसी भाषा में लिखी इस पोस्ट के साथ वायरल वीडियो में दिखाई दे रही मॉडल की तस्वीरों को भी शेयर किया गया।

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इन तस्वीरों के साथ पोस्ट में एक आभार संदेश भी था। जिसमे लिखा है – “हम शब्दों में बयां नहीं कर सकते कि हम अपने मॉडलों, कोरियोग्राफर और वीडियोग्राफरों के कितने आभारी हैं, जिन्होंने इस अद्भुत परियोजना, ताजिकिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय नवरूज़, जो ऐतिहासिक शहर खुजंद में आयोजित हुआ, में उनके अविश्वसनीय योगदान दिया! “
निष्कर्ष:
DFRAC के फैक्ट चेक से साबित होता है कि वायरल वीडियो के साथ ताजिकिस्तान के कट्टरपंथ से निपटने के लिए मस्जिदों को डांस हाल में बदलने का दावा भ्रामक है। क्योंकि वायरल वीडियो ताजिकिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय नवरूज़ उत्सव का है। जो ताजिकिस्तान के ऐतिहासिक शहर खुजंद में आयोजित हुआ था।

