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फैक्ट चेकः मध्य प्रदेश का वीडियो पश्चिम बंगाल का बताकर सांप्रदायिक दावा किया गया

Dalit Atrocities

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक घर पर भीड़ द्वारा हमला किया जा रहा है। इस घर की दीवारों पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लगी है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो पश्चिम बंगाल के दलित परिवार का घर है, जहां मुस्लिमों की भीड़ ने हमला कर दिया।

एक यूजर ने लिखा, “जागो हिन्दू जागो बधाई हो आप बंगाल मतलब (मुस्लिम बाहुल्य) में हैं, दरवाजा काट कर आग के गोले के रहे हैं घर में वीडियो में घर के अंदर भीमराव अंबेडकर जी की बड़ी सी फोटो दिख रही है। उस फोटो को देखकर भी किसी मीम ने जय भीम जय मीम का नारा नहीं लगाया? #बाग्लादेश_की_तर्ज_पर_बंगाल

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Ach. Ankur Arya Official नामक यूजर ने इस वीडियो को शेयर कर लिखा, “मोहम्मद के अनुयायियों द्वारा अंबेडकरवादियों को पांच हजार सालों की गुलामी‌ से आजादी दी जा रही है। आप भी अवश्य देखें व ऐतिहासिक पल शेयर करें।”

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वहीं इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ कई अन्य यूजर्स द्वारा भी शेयर किया गया है। जिसे यहां और यहां देखा जा सकता है।

फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच के लिए वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस वीडियो को इससे पहले सोशल मीडिया पर मार्च के महीने में कई यूजर्स द्वारा मध्य प्रदेश के सीहोर में दलित समुदाय पर हमले का बताकर शेयर किया गया है।

बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय को-ऑर्डीनेटर और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने इस वीडियो को 7 मार्च 2025 को शेयर कर लिखा, “मध्य प्रदेश में जंगल राज कायम है बीजेपी सरकार दलितों पिछड़ों और आदिवासियों की सुरक्षा करने में पूरी तरह विफल। सीहोर के बकतरा गांव में 500 दबंगों ने दलित बस्ती में तांडव मचाया कई लोगों को अधमरा किया घर के दरवाजे तोड़कर औरतों और बच्चों पर जान लेवा हमला भी किया।पुलिस फोर्स मूकदर्शक।”

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वहीं ज़ी न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर अपलोड एक रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। इस रिपोर्ट के डिस्क्रिप्शन में दिया गया है, “सीहोर में बकतरा गांव में दलित और किरार समाज के बीच बवाल हुआ है…यहां बब्लेश चौहान की हत्या के बाद विवाद और बढ़ गया…बेकाबू भीड़ ने कई जगहों पर आगजनी की…दरअसल किरार समाज के लोगों ने दलित समाज के लोगों को दुकानों से सामान बेचने से इनकार कर दिया था..किरार समाज के बहिष्कार के बाद तनाव चल रहा है..जिसके बाद ये बवाल हुआ है…बवाल के दौरान वीडियो बनाने वालों का मोबाइल छीनकर उसे भी जला दिया गया है…”

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निष्कर्षः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल का नहीं है, यह मध्य प्रदेश में दलित परिवार पर हमले का वीडियो है। यह दावा भी गलत है कि यहां मुस्लिमों ने दलितों पर हमला किया है, क्योंकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह विवाद किरार समाज और दलित समाज के बीच विवाद का है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।

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