सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर दावा किया जा रहा है कि हरियाणा में नूंह-मेवात को नया लोकसभा क्षेत्र बनाया गया है। इस लोकसभा क्षेत्र में 9 विधानसभा क्षेत्र आएंगे, जिसमें तावड़ू, नूंह, फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना (मेवात), पलवल, होडल, हथीन, मन्दकौड़ा (पलवल) और सोहना (गुरुग्राम) शामिल हैं।
इस दावे के साथ एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “नूह मेवात बना नया लोकसभा क्षेत्र”
वहीं इस दावे के साथ कई अन्य यूजर्स ने भी पोस्ट शेयर किया है, जिसे यहां, यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल दावे की जांच के लिए गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें नूंह-मेवात को लोकसभा क्षेत्र बनाए जाने के संदर्भ में किसी भी विश्वसनीय मीडिया संस्थान द्वारा प्रकाशित कोई रिपोर्ट नहीं मिली। वहीं जांच के दौरान हमारी टीम को लोकसभा परिसीमन के संदर्भ में कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें बताया गया है कि लोकसभा परिसीमन का 2026 के बाद ही हो सकता है।
NBT की रिपोर्ट के मुताबिक 2002 में, अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली तत्कालीन NDA सरकार ने 84वें संशोधन के माध्यम से परिसीमन को 25 साल के लिए स्थगित कर दिया था। उस समय कहा गया था कि यह 2026 के बाद की पहली जनगणना के प्रासंगिक आंकड़े सामने आने के बाद ही किया जाएगा।
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, “2002 के परिसीमन कानून में 2026 तक लोकसभा की सीटें बढ़ाने पर रोक लगी हुई। कानून में साफ किया गया है कि 2026 के बाद होने वाली जनगणना के आधार पर ही सीटों का परिसीमन होगा। यदि जनगणना 2027 में होने की स्थिति में उसके आंकड़ों के आधार परिसीमन करने में कोई समस्या नहीं होगी। दरअसल 2021 में होने वाली जनगणना कोरोना के कारण नहीं हो सकी थी और अब इसके 2027 में होने की संभावना जताई जा रही है। इससे 2002 के परिसीमन कानून में संशोधन के बिना ही 2029 के पहले परिसीमन का रास्ता साफ हो जाएगा।”
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि नूंह-मेवात को लोकसभा क्षेत्र अभी नहीं बनाया गया है। वर्ष 2026 के बाद ही लोकसभा की सीटों का परिसीमन पर हो सकता है। इसलिए यूजर्स का दावा फेक है।