सोशल मीडिया पर कई फोटो वायरल हैं। एक फोटो में देखा जा सकता है गौतम बुद्ध की मूर्तियां खंडित हैं। जबकि अन्य तस्वीर में बौद्ध भिक्षु एक मलबे के सामने खड़े हैं। यूजर्स इन फोटोज को शेयर कर इन्हें बांग्लादेश के हालिया विरोध प्रदर्शन से जोड़ते हुए बौद्ध धर्म के धार्मिक स्थलों और घरों को तोड़े जाने का दावा कर रहे हैं।
फैक्ट चेकः
DFRAC टीम ने वायरल फोटो को रिवर्स इमेज सर्च किया, इनमें से मलबे के सामने खड़े बौद्ध भिक्षुओं की फोटो हमें http://dharma.org.ru पर 30 दिसंबर 2013 को पोस्ट मिली, जिसमें फोटो के कैप्शन में लिखा है, ‘बौद्ध मंदिर जलाये जाने के बाद, रामू, कॉक्स बाज़ार’। इसके अलावा मूर्ति के सामने हाथ में स्टिक लिये खड़े व्यक्ति की फोटो हमें BuddhistsBd नामक फेसबुक पेज पर अपलोड कई तस्वीरों में मिली। इस पोस्ट में बताया गया है, ‘बंगाल में, जहां बौद्ध हजारों वर्षों से खुशी-खुशी रह रहे हैं, एक निराधार फेसबुक पोस्ट और सांप्रदायिक उन्माद के कारण, बांग्लादेश के विभिन्न बौद्ध कस्बों (रामू, उखिया, पाटिया) पर 29 और 30 सितंबर, 2012 को चरमपंथीयों ने हमला कर मूर्तियां तोड़ दी’। इसके अलावा मूर्ति का सर कटी तीसरी तस्वीर हमें thedailystar मैग्जीन के 19 अक्टूबर 2012 को छपे अंक में मिली। इस तस्वीर के साथ जानकारी दी गई है, ‘उत्तर मिथाचारी विक्खु सीमा बौद्ध बिहार’। इसके अलावा thedailystar मैग्जीन के इस अंक में हिंसा के बारे में बताया गया है 29 और 30 सितंबर की रात की घटनाएं अब अच्छी तरह से प्रलेखित हैं। उत्तम बरुआ के फेसबुक अकाउंट पर इस्लाम की अपमानजनक छवि से नाराज होकर, 29 सितंबर को रामू के विभिन्न हिस्सों में भीड़ ने हिंसक कार्रवाई की। बैठकों और रैलियों से शुरू हुआ यह सिलसिला देर शाम हिंसक दंगे में बदल गया, जिसमें रामू के बाहर से ट्रकों में भरकर लाए गए हजारों लोग शामिल हुए। इस हिंसा में उस रात कुल 12 मंदिर जला दिए गए, 6 और मंदिर नष्ट कर दिए गए तथा 50 घर भी नष्ट कर दिए गए। अगले दिन, हिंसा उखिया, टेकनाफ़ और पाटिया तक फैल गई, जिसमें कुल 8 मंदिर और मठ नष्ट हो गए, जिनमें दो हिंदू मंदिर और बौद्ध समुदाय के लोगों के घर शामिल थे।
निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि यूजर का दावा भ्रामक है। ये फोटो बांग्लादेश में हालिया हिंसा की नहीं हैं, बल्कि 29-30 सितम्बर 2012 को बांग्लादेश के रामू नामक जगह पर एक आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट के बाद भड़की हिंसा की है।