सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी सड़क से कुछ हटा रहे हैं, जबकि इसी वीडियो में पुलिसकर्मी हाथों में लिए कुछ कीलें भी दिखा रहा है। यूजर्स वीडियो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि एक मुसलमान पंक्चर वाले ने यह कीलें बिछाई हैं और इसे जिहादी क्राइम बता रहे हैं।
Modified_Hindu9 नामक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, “पंक्चर छाप अपनी दुकान के सामने अब कील भी बिछाने लगे है, बेंगलुरु: पंक्चर दुकान के मालिक मोहम्मद जुबैर को पुलिस ने अपनी दुकान के सामने सड़क पर नुकीली कीलें बिछाने के आरोप में गिरफ्तार किया, जिससे गाड़ियां पंक्चर हो जाती थीं। चूँकि यह उस क्षेत्र की एकमात्र पंचर की दुकान थी, इसलिए सभी पीड़ित अपने पंचर ठीक कराने के लिए उसकी दुकान पर जाते थे। #JihadiCrimes”।
इसके अलावा अन्य यूजर ने भी वीडियो शेयर कर कील बिछाने के इस कृत्य को एक मुस्लिम से जोड़ा है। जिसे यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेक
DFRAC ने वायरल वीडियो की पड़ताल की। हमें 29 जुलाई 2024 को पब्लिश ETV Bharat kannada की रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में इस वायरल वीडियो के बारे में बताया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक बेंगलुरु के जलाहल्ली में कुवेम्पु सर्कल के अंडरपास पर मुट्ठी भर कीलें मिलीं और ट्रैफिक पुलिस ने खुद उन्हें वहां से हटाया और साफ किया।
इसके अलावा द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की 30 जुलाई 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि हेब्बल-गोरगुंटेपल्या आउटर रिंग रोड पर कुवेम्पु सर्कल अंडरपास के नीचे करीब 500 ग्राम कीलें बिखरी मिलने के बाद जालाहल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जलाहल्ली ट्रैफिक पुलिस स्टेशन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, “शनिवार दोपहर को कुछ राहगीरों ने जंक्शन पर तैनात हमारे ट्रैफिक कर्मियों को सड़क पर कीलों के बारे में सचेत किया। कीलें सड़क के कोने पर पाई गईं। अभी तक, ऐसा नहीं लगता कि यह जानबूझकर की गई हरकत है। आस-पास कोई पंचर की दुकान नहीं है। यह पहली बार है जब इतनी बड़ी मात्रा में कीलें पाई गई हैं। हमारे कर्मियों द्वारा सभी कीलों को उठा लेने के कारण कोई भी वाहन पंचर नहीं हुआ और न ही कोई ट्रैफिक जाम हुआ।”अगर पुलिस को इसके पीछे कोई मिलता है तो संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की जाएगी।
निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि यूजर्स ने मुस्लिम द्वारा कीलें बिछाये जाने का भ्रामक दावा किया है। क्योंकि जलाहल्ली ट्रैफिक पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी के मुताबिक यह कोई जानबूझकर की गई हरकत नहीं है तथा आसपास कोई पंक्चर की दुकान भी नहीं है और न ही इस मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी हुई है।