सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि कांवड़ यात्रा की सुरक्षा के लिए भारी इंतजाम किए गए हैं। इस वीडियो के साथ यूजर्स का दावा है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मुस्लिम इलाकों से गुजरने वाली कांवड़ यात्रा को हमले से बचाने के लिए मुजफ्फरनगर में ATS (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड) को भेजा है।
दिलीप कुमार सिंह नामक यूजर ने लिखा, “सुरक्षा ऐसी की दंगाई सौ बार सोचे योगी जी ने मुस्लिम इलाकों से गुजरने वाली कांवड़ यात्रा पर हमले से बचने के लिए मुजफ्फरनगर में एटीएस भेजी। हर हर महादेव”
वहीं कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो के साथ ऐसा ही दावा किया है। जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल दावे की जांच के लिए गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें पुलिस के हवाले से बताया गया है कि कांवड़ यात्रा पर आतंकी हमले के खतरे के मद्देनजर एटीएस की टीम लगाई गई है।
‘अमर उजाला’ की रिपोर्ट के अनुसार, “खुफिया एजेंसियों को आतंकी हमले से जुड़े इनपुट के बाद कांवड़ यात्रा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मुजफ्फरनगर में आस्था के केंद्र शिव चौक को एटीएस के हवाले कर दिया गया है। पूरे इलाके में ड्रोन से निगरानी की जा रही है।”
Link- Amar Ujala, NBT & TV-9 Bharatvarsh
‘टीवी-9 भारतवर्ष’ की रिपोर्ट में एसएसपी अभिषेक सिंह का बयान प्रकाशित किया गया है, “एसएसपी अभिषेक सिंह ने कहा कि हमारी एटीएस की स्पॉट कमांडो यूनिट यूपी की काउंटर स्ट्राइक टीम है। यदि राज्य में कहीं भी कोई आतंकवादी हमला होता है, तो यह टीम सबसे पहले भेजी जाती है। इन्हें विशेष रूप से यहां मुजफ्फरनगर में तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि सभी धार्मिक यात्राओं में आतंकी हमले का खतरा हमेशा बना रहता है। सभी कांवड़िये हरिद्वार से आते हैं, लगभग 50% कांवड़िये मुजफ्फरनगर से होकर गुजरते हैं। मेरे पीछे आपको शिव चौक दिखाई देगा जहां पर काफी भीड़ होने वाली है और शिवरात्रि के दिन इस पूरे इलाके को जाम कर दिया जाएगा।”
वहीं मुजफ्फरनगर पुलिस के ऑफिशियल एक्स हैंडल @muzafarnagarpol से एक पोस्ट कर बताया गया है, “ATS ने संभाली शिव चौक की सुरक्षा व्यवस्था। कांवड़ यात्रा-2024 को सकुशल सम्पन्न कराने व सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के उद्देश्य से SSP श्री अभिषेक सिंह ने ATS SPOT कमांडो टीम को शिव चौक पर ब्रीफ कर शिव चौक की सुरक्षा व्यवसथा को किया ATS के सुपुर्द।”
मीडिया रिपोर्ट्स और पुलिस के बयान में यह कहीं नहीं उल्लेखित है कि मुस्लिम इलाकों में गुजरने वाली कांवड़ यात्रा को हमले से बचाने के लिए मुजफ्फरनगर में एटीएस की तैनाती की गई है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर किया गया दावा भ्रामक है। क्योंकि आतंकी हमले के खतरे के मद्देनजर मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा की सुरक्षा में ATS को लगाया गया है।