सोशल मीडिया पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि मणिपुर के लोगों ने राहुल गांधी को बाजार से बाहर निकाल दिया। यूजर्स लिख रहे हैं कि मणिपुर के लोगों से मिलने के लिए राहुल गांधी गए थे, लेकिन मणिपुरी लोगों ने “राहुल गांधी वापस जाओ” के नारे लगाए।
इस वीडियो को शेयर कर ऋचा राजपूत नामक यूजर ने लिखा, “प्रेस कॉन्फ्रेंस से भागने के बाद मणिपुरी लोगों ने राहुल गांधी को बाजार से बाहर निकाल दिया। राहुल गांधी मणिपुर के लोगों से मिलने के लिए दौरे पर थे, लेकिन मणिपुरी लोगों ने ‘राहुल गांधी वापस जाओ’ के नारे लगाए.. अपने खिलाफ विरोध को देखते हुए राहुल गांधी ने खटाखट छोड़ दिया।”
वहीं इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा भी शेयर किया गया है, जिसे यहां, यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
वायरल वीडियो की जांच के दौरान DFRAC की टीम ने पाया कि वीडियो पर न्यूज एजेंसी ANI का लोगो लगा है। इसके बाद आगे की जांच करने पर हमने पाया कि ANI के एक्स हैंडल @ANI पर इस वीडियो को 21 जनवरी 2024 को अपलोड किया गया था। इस वीडियो को असम के नगांव जिले का बताया गया है। ANI के इस ट्वीट में जानकारी दी गई है कि ‘राहुल गांधी वापस जाओ’ और ‘अन्याय यात्रा’ के पोस्टर लेकर बड़ी संख्या में लोगों ने नगांव के अंबागन इलाके में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
इसके अलावा हमें इसके संदर्भ में NDTV की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया है, “असम के नगांव जिले में रविवार शाम को सड़क किनारे एक ढाबे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भीड़ ने घेर लिया। यह घटना उस समय हुई जब गांधी और कुछ अन्य नेता घटनास्थल से करीब 10 किलोमीटर दूर रूपोही में रात्रि विश्राम के लिए अंबागन स्थित एक ढाबे पर रुके थे। भीड़ ने सांसद के खिलाफ नारे लगाए और ‘अन्याय यात्रा’ और ‘रकीबुल वापस जाओ’ जैसे संदेशों वाली तख्तियां भी दिखाईं, जिसमें सामगुरी के कांग्रेस विधायक रकीबुल हुसैन का जिक्र था।”
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा जनवरी 2024 में राहुल गांधी के खिलाफ असम में हुए प्रदर्शन का वीडियो मणिपुर का बताकर शेयर किया गया है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।