सोशल मीडिया पर एक अखबार की न्यूज कटिंग शेयर की जा रही है। जिसमें यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का एक बयान छपा है। इस न्यूज कटिंग की हेडलाइंस है- “कभी नहीं बनने देंगे राम मंदिरः अखिलेश यादव”।
सोशल मीडिया साइट एक्स (ट्विटर) पर इस न्यूज कटिंग को “क्वीन ऑफ झांसी” ने शेयर कर लिखा- “राम भक्त कारसेवकों का नरसंहार 1990?”
वहीं इस अखबार की कटिंग को इससे पहले भी कई बार शेयर किया जा चुका है।
फैक्ट चेकः
वायरल कटिंग का फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने इसे गौर से देखा। हेडलाइंस के अलावा बाकी न्यूज कंटेंट ब्लर है। जिसके बाद हमारी टीम ने न्यूज कटिंग को जूम इन करके पढ़ने की कोशिश की। हमने न्यूज का शुरूआती टेक्स्ट “चौरासी कोसी परिक्रमा” पाया। जिसके बाद आगे की जांच में हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर प्रकाशित एक न्यूज मिली, जिसे 23 अगस्त 2013 को प्रकाशित किया गया था।
इस न्यूज की हेडलाइंस “84 कोसी परिक्रमा पर गरमायी सियासत” है। यह खबर तब की है, जब यूपी में अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा की सरकार थी और विश्व हिन्दू परिषद की चौरासी कोसी परिक्रमा को लेकर विवाद चल रहा था।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि वायरल अखबार की न्यूज कटिंग की हेडलाइंस को बदला गया है। अखबार की हेडलाइंस- “84 कोसी परिक्रमा पर गरमायी सियासत” को एडिट करके “कभी नहीं बनने देंगे राम मंदिरः अखिलेश यादव” लिखा गया है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा फेक है। अखिलेश यादव ने राम मंदिर कभी बनने नहीं देने का कोई बयान नहीं दिया है।