सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल हो रहा है। जिसमें कहा जा रहा है कि राजधानी नई दिल्ली स्थित इंडिया गेट पर 61,945 मुस्लिम शहीदों के नाम लिखे हैं।
वायरल वीडियो में क्या है?
𝒜 πundhati नामक एक वेरिफाइड यूजर ने वायरल वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में एक शख्स को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “जय हिंद साथियों, इंडिया गेट की दीवारों पर 95,300 शहीद सैनिकों के नाम लिखे हैं। जिनमें से 61,945 मुसलमान शहीद सैनिक हैं। तो इस फैक्ट को जाकर आप गूगल पर सर्च कर सकते हो। और मैं अपील करुंगा अपने मुसलमान भाइयों से वे कमेन्ट बॉक्स में आके जय हिंद लिखें। जय हिन्द, जय भारत”
कैसे हुई दावे की शुरूआत?
इस दावे की शुरुआत आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के मुंबई के चांदीवली इलाक़े में 13 जुलाई 2019 को दिये उस भाषण से हुई थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि “जब मैं इंडिया गेट गया तो मैंने वहाँ उन नामों की फ़ेहरिस्त को देखा, जिन्होंने हिन्दुस्तान की आज़ादी के लिए अपनी जान गंवा दी। उस इंडिया गेट पर 95,300 लोगों के नाम लिखे हुए हैं। आपको ये जानकर ख़ुशी होगी कि उनमें से 61,945 सिर्फ़ मुसलमानों के नाम हैं। यानी 65 फ़ीसदी सिर्फ़ मुसलमानों के नाम हैं।”
फैक्ट चेक
वायरल दावे की जांच के लिए टीम ने DFRAC की आर्काइव को चेक किया। इस दौरान हमें इस दावे से जुड़ा एक फैक्ट चेक मिला। जिसमे ये दावा फेक पाया गया है।
Source: Britannica
61,945 मुसलमान शहीद सैनिकों की क्या है सच्चाई?
ब्रिटानिका विश्वकोश के अनुसार, इंडिया गेट जिसका आधिकारिक नाम दिल्ली मेमोरियल है, जिसे मूल रूप से अखिल भारतीय युद्ध स्मारक कहा जाता है। ये ब्रिटिश भारत के सैनिकों को समर्पित है, जो 1914 और 1919 के बीच लड़े गए युद्धों में मारे गए थे। इस पर प्रथम विश्व युद्ध और तीसरे एंग्लो अफगान युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के नाम लिखे है।
Source: cwgc.org
कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव्स कमीशन के अनुसार व्यक्तिगत 13,220 भारतीय सैनिकों के नाम स्मारक पर छोटे अक्षरों में अंकित हैं। कमीशन के सिद्धांतों के मुताबिक वह सैनिकों के बीच उनके धर्म, नस्ल आदि के आधार पर भेदभाव भी नहीं करता।
इसके अलावा दिल्ली सरकार की वेबसाइट के अनुसार ‘इंडिया गेट’ साल 1931 में बनकर तैयार हुआ था। इस स्मारक पर 13,516 भारतीय सैनिकों के नाम लिखे हैं। इनमें 1919 के अफ़गान युद्ध में मारे गए भारतीय सौनिकों के नाम भी शामिल हैं।
निष्कर्ष:
अत: DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि इंडिया गेट पर 61,945 मुस्लिम शहीद सैनिकों के नाम लिखे होने का दावा फेक है। क्योंकि इंडिया गेट पर कुल नाम ही 13,516 लिखे गए हैं। ये भी विश्व युद्ध और तीसरे एंग्लो अफगान युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के नाम है।