कुवैत के प्रभावशाली सलाफी मौलवी और अल कायदा के फंडरेजर हामिद बिन अब्दुल्ला अल-अली ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें कुछ पुरुषों को एक महिला को पीटते हुए देखा जा सकता है।
वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने हिंदुओं पर निशाना साधा और अरबी में एक कैप्शन लिखा, जिसका हिन्दी में अर्थ है कि “भारत: चरमपंथी हिंदू एक बुजुर्ग मुस्लिम महिला को ईशनिंदा शब्द कहने के लिए मजबूर करते हैं और उस पर हंसते है। जो मोदी सरकार के समर्थन से भारतीय मुसलमानों के उत्पीड़न की लहर का हिस्सा है।
फैक्ट चेक:
वायरल वीडियो की जांच के लिए DFRAC टीम ने वीडियो को अलग-अलग फ्रेम में परिवर्तित किया और इसे रिवर्स सर्च किया। हमें इस घटना से जुड़ी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के नागौर जिले में मानसिक रूप से कमजोर एक महिला को दो पुरुषों ने पीटा। यह घटना 13 जून 2017 की है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, “प्रकाश मेघवाल और श्रवण मेघवाल, संभवतः जो आपस में भाई है। को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सलवार-कमीज पहने महिला को ‘अल्लाह’, ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ कहने के लिए मजबूर किया गया।’
‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के नागौर जिले में दो लोगों द्वारा मानसिक रूप से विक्षिप्त एक महिला को रबर के पाइप से मारने और पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। वीडियो में वह दर्द से चिल्ला रही है और मदद के लिए गुहार लगा रही है।
निष्कर्ष:
अलग-अलग मीडिया हाउस की रिपोर्ट्स से साफ है कि यह वीडियो हाल के दिनों का नहीं है, बल्कि साल 2017 यानी 6 साल पुराना है, साथ ही किसी भी रिपोर्ट में महिलाओं का जिक्र ‘मुस्लिम’ के रूप में नहीं किया गया, बल्कि ‘मानसिक रूप से विकलांग’ के रूप में संदर्भित किया गया। इसलिए, हामिद अल अली द्वारा किया गया दावा भ्रामक है।