रामनवमी के मौके पर देशभर के कई शहरों में दो समुदायों के बीच विवाद और झड़प की खबरें सामने आई हैं। वहीं सोशल मीडिया पर भी कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा, जिसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के गंगापुर में एक मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा फहराया गया है।
इस वीडियो को हामिद बिन अब्दल्लाह अल-अली (@Hamed_Alali) नाम के एक ट्विटर यूजर ने शेयर किया है। विकिपीडिया पर उनके बायो के अनुसार वह चरमपंथी समूह अल कायदा के एक सूत्रधार और फंडिंग करने वाले समूह के साथ जुड़े रहे हैं। वह 1991 से 1999 तक कुवैत के सलफी आंदोलन के महासचिव भी थे।
हामिद बिन अब्दल्लाह के अरबी में लिखे ट्वीट का हिन्दी अनुवाद है- रमजान के महीने में राजस्थान के गंगानगर में मस्जिदों पर हमलों में वृद्धि हुई है और हिंदुत्ववादी आतंकवादी मस्जिदों की छतों पर चढ़ रहे हैं और हिंदुओं की प्रशंसा कर रहे हैं। उन्होंने आगे दावा किया कि यह प्रधानमंत्री बनने के बाद से मुसलमानों को सताने की मोदी सरकार की नीति का हिस्सा है।
फैक्ट चेकः
वायरल वीडियो को फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने वीडियो को कई फ्रेम में बदला और रिवर्स सर्च किया। हमें वीडियो के बारे में गंगापुर पुलिस (@sgnrpolice) का स्पष्टीकरण मिला। पुलिस ने स्पष्ट किया कि भगवा झंडा गंगापुर की किसी मस्जिद पर नहीं, बल्कि किसी व्यक्ति के घर पर फहराया गया था. पुलिस ने फेक न्यूज फैलाने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
निष्कर्ष:
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि राजस्थान के गंगापुर में एक मस्जिद पर भगवा झंडा फहराने का दावा झूठा है। पुलिस के स्पष्टीकरण के मुताबिक भगवा झंडा किसी मस्जिद पर नहीं, बल्कि गंगापुर में किसी के घर पर फहराया गया था।