सोशल मीडिया साइट्स पर सक्रिय रूप से भ्रामक जानकारी शेयर करने के लिए जाने जाने वाले कानून के प्रोफेसर खालिद बेयदौन ने एक बार फिर अपने नफ़रती एजेंडा को बढ़ावा देने के लिए एक तस्वीर शेयर की, जिसमें पुलिस की वर्दी में एक महिला जबरदस्ती एक लड़की को ले जा रही थी। बिना किसी पृष्ठभूमि की जानकारी के उन्होंने तस्वीर को कैप्शन दिया, “इस बीच, भारत में!”
जल्द ही यह तस्वीर 1.2K से अधिक रीट्वीट और 3.7K लाइक्स के साथ वायरल हो गई।
फैक्ट चेक
इससे पहले भी यह तस्वीर इस भ्रामक दावे के साथ वायरल हुई थी कि इसमें नज़र आने वाली लड़की पत्रकार राना अय्यूब हैं।
DFRAC ने पहले भी इस तस्वीर का फैक्ट चेक किया है। वायरल तस्वीर में दिख रही लड़की केरल की रहने वाली आयशा रेन्ना एन है। फ्रेटरनिटी मूवमेंट केरल के फेसबुक पेज ने 13 जून को इस तस्वीर को इस कैप्शन के साथ पोस्ट किया, “पुलिस ने फ्रेटरनिटी मूवमेंट की राष्ट्रीय सचिव आयशा रेन्ना एन को गिरफ्तार किया और केरल के मलप्पुरम में नेशनल हाईवे को अवरुद्ध करने के बाद कई अन्य सदस्यों पर लाठीचार्ज किया।” {हिंदी अनुवाद}
तस्वीर में दिख रही लड़की आयशा रेन्ना एन है। वह एक एक्टिविस्ट होने के साथ-साथ इतिहास की एक छात्रा भी है।
निष्कर्ष
तस्वीर पुरानी है और फ़िलह़ाल किसी वर्तमान घटना से संबंधित नहीं है। आयशा रेन्ना एन को पुलिस ने हिरासत में नहीं लिया है। इसलिए, हमारे फैक्ट चेक से यह स्पष्ट है कि खालिद बेयदौन ने इस तस्वीर को भ्रामक दावों के साथ पोस्ट किया है।