सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि हरा झंडा लिए कुछ लोगों की भीड़ चल रही है, सबसे आगे हरा झंडा लहरा रहा एक छोटा बच्चा है। इसके पोस्टर में “राहुल गांधी का स्वागत है” लिखा है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भारत जोड़ो की यात्रा बता रहे हैं। वहीं कई यूजर्स इस झंडे को पाकिस्तानी तो कई यूजर्स इस्लामिक झंडा बता रहे हैं।
इस वीडियो को शेयर करते हुए सुदर्शन न्यूज एडिटर इन चीफ सुरेश चव्हाणके ने लिखा- “यह #भारत_जोड़ो_यात्रा कौन से इस्लामी देश में पहुँची हैं? @RahulGandhi @digvijaya_28”
अभय प्रताप सिंह नाम के वेरीफाइड यूजर ने लिखा- “मुस्लिम लीग के साथ राहुल गांधी भारत जोड़ेंगे? वो मुस्लिम लीग… जिसका मूल ही सभी को मुस्लिम बनाना है… ?”
वहीं भीम (मोदीभक्त) नाम के यूजर ने हरे झंडे को पाकिस्तान का झंडा बताते हुए लिखा- “राहुल गांधी का भव्य स्वागत, केरल में मुस्लिम लीग द्वारा। यह राहुल गांधी की कैसी भारत जोड़ो यात्रा है जहां पाकिस्तान का झंडा लहरा रहा है. यह कोई अच्छी बात नहीं है यह भारत छोड़ो आंदोलन नहीं हो सकता. कम से कम अपना तिरंगा झंडा लेकर चलो कांग्रेस ने हमेशा देश को बांटने का काम किया है”
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे वीडियो का फैक्ट चेक हमने तीन स्तर पर किया। पहला- वीडियो की लोकेशन क्या है? दूसरा- वीडियो में दिख रहा झंडा क्या पाकिस्तान का है? और तीसरा- क्या यह वीडियो भारत जोड़ो यात्रा का है?
पहला- इस पोस्टर को गौर से देखने पर पता चलता है कि यह इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग पार्टी की है, जो केरल की है। पोस्टर में बताया गया है कि यह रैली पलक्कण जिले के पट्टाबी मंडलम में निकाली गई थी।
दूसरा- DFRAC ने यह जानने का प्रयास किया कि रैली में जो झंडा फहराया जा रहा है कि क्या वह पाकिस्तान का है? हमने इस झंडे को रिवर्स सर्च किया। DFRAC ने पाया कि यह झंडा इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग का झंडा है, जो कि एक राजनीतिक पार्टी है। इसके बाद DFRAC ने पाकिस्तान का राष्ट्रीय झंडा देखा। DFRAC ने पाया कि दोनों झंडों में काफी अंतर है। नीचे हम मुस्लिम लीग और पाकिस्तान के झंडे का कोलाज दे रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि वीडियो में दिख रहा झंडा पाकिस्तान का नहीं बल्कि मुस्लिम लीग का है।
इससे एक तथ्य यह भी स्पष्ट रहा है कि यह झंडा किसी इस्लामी देश का झंडा नहीं है, बल्कि भारत की एक राजनीतिक पार्टी का है।
तीसरा-
हमने वीडियो के ओरिजिनल सोर्स का पता लगाने की कोशिश की, साथ ही यह भी प्रयास किया कि क्या ये वीडियो भारत जोड़ो यात्रा का है? इस संदर्भ में अभी DFRAC की टीम जांच कर रही है, जैसे ही वीडियो के सोर्स का पता चलेगा, स्टोरी को अपडेट किया जाएगा।