सोशल मीडिया पर एक ट्वीट का स्क्रीन शॉट वायरल हो रहा है जिसके मुताबिक़ गहलोत सरकार ने रातों रात लगभग सात कथित मुस्लिम दंगाइयों की ज़मानत करवाई।
अरविन्द संखला नाम के फ़ेसबुक यूज़र नें कैप्शन “बड़ा सस्ता मेरे शहर का कानून हो गया। कर्फ्यू 48 घंटे बढ़ा और दंगाई जेल से बाहर हो गया। #jodhpur” के साथ एक ट्वीट का स्क्रीन शॉट पोस्ट किया है, जिसके मुताबिक़ मुश्ताक़ अहमद ट्वीटर यूज़र द्वारा सूचना दी गयी है,”कल रात को 12 बजे कोर्ट खुला के मेरी व मेरे बेटे और 1 भतीजे और 3 दामादों की खड़े पैर ज़मानत करवाकर गाड़ी में घर तक पहुंचाने का शुक्रिया…अल्लाह त’आला ऐसा मुख्यमंत्री हर सूबे में दे जो मुसलमानों का हर जगह साथ देता है…कांग्रेस ज़िन्दाबाद।”
सैफ़्रोन रेज़ नामक फ़ेसबुक यूज़र नें भी वही स्क्रीन शॉटपोस्ट की है।
फ़ैक्ट चेक:
इंटरनेट पर सर्च करने के बाद हमनें पाया कि जोधपुर पुलिस के वेरीफ़ाईड ट्वीटर् अकाउंट से यह लिखते हुए,” #जोधपुर_पुलिस
यह जानकारी सरासर गलत है, यह जोधपुर से संबंधित नहीं है। भ्रामक खबरों को वायरल करने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी… #AvoidFakeNews” ग्राफ़िक इमेज में @mushtaq_ahmak ट्वीटर हैंडल द्वारा किये गये ट्वीट का स्क्रीन शॉट दर्शाया गया है।
ज्ञातव्य हो कि @mushtaq_ahmak ट्वीटर हैंडल मौजूद ही नहीं है।
#जोधपुर_पुलिस
यह जानकारी सरासर गलत है, यह जोधपुर से संबंधित नहीं है। भ्रामक खबरों को वायरल करने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी…#AvoidFakeNews pic.twitter.com/kpl1UDB9Il— Jodhpur Police (@CP_Jodhpur) May 6, 2022
निष्कर्ष:
फ़ैक्ट चेक में हम नें पाया कि ट्वीट स्क्रीन शॉट और उसकी बुनियाद पर किया जा रहा, दावा झूठा और भ्रामक है।
दावा: गहलोत सरकार नें रात 12 बजे कोर्ट खुलवा कर कथित मुस्लिम दंगाइयों की ज़मानत करवाई।
दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूज़र्स फ़ैक्ट चेक: झूठ और भ्रामक |