पंजाब में आम आदमी पार्टी सरकार बनने के बाद सोशल मीडिया पर भ्रामक दावों की बाढ़ सी आ गई है। कुछ लोग फेक न्यूज का सहारा लेकर समर्थन कर रहे हैं, तो कई लोग भ्रामक खबरों को शेयर कर भगवंत मान सरकार की आलोचना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर इन दिनों भगवंत मान सरकार की आलोचना करने के लिए एक खबर पोस्ट की जा रही है।
वायरल हो रही खबर के मुताबिक भगवंत मान की सरकार बनने के बाद पंजाब में फिर से नशे का कारोबार फल-फूल रहा है। नशा कारोबार के आरोपियों ने महिला ड्रग इंस्पेक्टर डॉ. नेहा सूरी की हत्या कर दी। पोस्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि नेरा सूरी लगातार ड्रग माफियाओं और नशा कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही थी।
ट्विटर पर अमित त्रिपाठी (@amit4471) नाम के यूजर ने लिखा- “ये Mr. केजरीवाल और उनके पिछलगु मान का उड़ता पंजाब है, ये है डॉ नेहा सूरी, जो पंजाब में ड्रग इंस्पेक्टर के पोस्ट पर तैनात थीं। कुछ हीं महीने पहले इन्होंने कुछ फार्मेसी आउटलेट्स पर छापा मारा था और प्रतिबंधित नशीली दवाओं की बिक्री के लिए उनके लाइसेंस रद्द कर दिए थे।”
ये Mr. केजरीवाल और उनके पिछलगु मान का उड़ता पंजाब है,
ये है डॉ नेहा सूरी, जो पंजाब में ड्रग इंस्पेक्टर के पोस्ट पर तैनात थीं। कुछ हीं महीने पहले इन्होंने कुछ फार्मेसी आउटलेट्स पर छापा मारा था और प्रतिबंधित नशीली दवाओं की बिक्री के लिए उनके लाइसेंस रद्द कर दिए थे।
कल, एक ड्रग pic.twitter.com/pnrNTYOzDP
— अमित त्रिपाठी (@amit4471) April 15, 2022
https://twitter.com/Modified_Hindu8/status/1513802963625857028
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे दावे की DFRAC ने पड़ताल की। गूगल पर ‘नेहा सूरी’ सर्च करते ही 30 मार्च 2019 को प्रकाशित नवभारत टाइम्स की एक खबर का लिंक मिला। इस खबर को ओपेन करने पर पता चला कि नेहा सूरी की हत्या तीन साल पहले की गई थी।
नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक- “पंजाब के खरड़ में हुई ड्रग्स ऑफिसर नेहा शौरी की हत्या ने सभी को दहलाकर रख दिया है। 10 साल पुरानी रंजिश के चलते एक शख्स ने जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात महिला अधिकारी नेहा शौरी की हत्या कर दी। नेहा ने साल 2009 में ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर रहने के दौरान आरोपी की दवा की दुकान का लाइसेंस कैंसल किया था, जिसके बाद से वह नेहा से रंजिश रखने लगा था।”
निष्कर्ष:
DFRAC की पड़ताल में सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा भ्रामक पाया गया। नेहा सूरी की हत्या 3 साल पहले की गई थी। जिसे अब वायरल किया जा रहा है।
दावा- पंजाब में AAP की सरकार बनने के बाद ड्रग इंस्पेक्टर नेहा सूरी की हत्या
दावाकर्ता- सोशल मीडिया यूजर्स
फैक्ट चेक- भ्रामक