जून 2020 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा 50 वीं वार्षिक बैठक आयोजित की गई थी। जिसे द ग्रेट रीसेट का नाम दिया गया था। यह बैठक चार्ल्स, प्रिंस ऑफ वेल्स और WEF द्वारा बुलाई गई थी। जिसमें हाई-प्रोफाइल बिजनेस और राजनीतिक नेताओं ने भाग लिया था। बैठक COVID-19 महामारी के बाद समाज और अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण के विषय पर थी।
इस बैठक के हवाले से सोशल मीडिया पर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के एक ट्वीट का स्क्रीनशॉर्ट वायरल हो रहा है। जिसमे फोरम के अध्यक्ष क्लॉस श्वाब के हवाले से कहा गया कि इंटरनेट सुधार ग्रेट रीसेट का हिस्सा होगा, को डिजिटल रूप से बदल दिया गया है।
It actually is happening. Yet still some idiots calling it a ‘conspiracy theory’! https://t.co/6uuzxxZvFa
— Carol McGiffin (@McGiff) March 26, 2022
वायरल स्क्रीनशॉर्ट के साथ लिखा गया कि “इंटरनेट में सुधार किया जाना चाहिए, वहाँ बहुत अधिक गलत सूचना है। क्लॉस शॉब [एसआईसी] कहते हैं, यह ग्रेट रीसेट के लिए अगला कदम होगा।”
फैक्ट चेक:
वायरल दावे की जांच के लिए सबसे पहले हमने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर “Klaus,” “Schawb”, “Great” and “Reset,” “Klaus Schawb,” आदि कीवर्ड सर्च किए। लेकिन हमें टाईमलाइन पर इस सबंध में ऐसा कोई ट्वीट नहीं मिला।
साथ ही हमने उपरोक्त कीवर्ड का प्रयोग गूगल पर भी किया। लेकिन इस बारे में प्रकाशित कोई समाचार नहीं मिला। हालांकि हमें एडवांस गूगल सर्च करने से स्क्रीनशॉट में क्लॉस श्वाब की तस्वीर के बारे में जानकारी मिली।
इस तस्वीर को 11 सितंबर, 2018 को हनोई में आसियान पर विश्व आर्थिक मंच में एक ब्रीफिंग से पहले खींचा गया था।
अत: स्पष्ट है कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम और क्लॉस श्वाब ने इंटरनेट में सुधार का कोई दावा नहीं किया है। वायरल स्क्रीनशॉर्ट फेक है।
Claim review: विश्व आर्थिक मंच के अध्यक्ष ने कहा, इंटरनेट में सुधार ग्रेट रीसेट का हिस्सा होगा
Claim by: सोशल मीडिया यूजर
Fact check: फेक