सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक गली से गुजरती भीड़ फायरिंग कर रही है। इस वीडियो को अफगानिस्तान का बताकर दावा किया जा रहा है कि इस गली में हिन्दू समुदाय के लोग रहते हैं, जहां मुस्लिमों की भीड़ फायरिंग करते हुए एक हिन्दू लड़की को उठाकर ले जा रही है।
वीडियो को शेयर करते हुए वैशाली मिश्रा नामक यूजर ने लिखा, ‘अफगानिस्तान के यह गलियों में हिन्दू समुदाय के लोग रहते हैं। हिन्दू लड़की को हथियार के दम पर उठाकर ले जाते इस्लाम मजहब को मानने वाले लोग। इस गली में सभी हिंदू हैं लेकिन किसी में औकात नहीं हुई कि वह इसका आकर विरोध करें या अपने छत से पत्थर फेक सकें।’

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो अफगानिस्तान का नहीं है और हिन्दू लड़की की मुस्लिमों द्वारा किडनैपिंग का दावा भी झूठा है। यह वीडियो फिलिस्तीन के ग़ाज़ा पट्टी का है। इस वीडियो को ग़ाज़ा का बताकर कई यूजर्स ने 14 नवंबर को शेयर किया है। हमारी टीम ने वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पाया कि इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर myuz_gaza नामक यूजर ने 14 नवंबर को पोस्ट किया है।
वहीं एक अन्य यूजर ने भी इस वीडियो को ग़ाज़ा का बताते हुए शेयर किया है। इस वीडियो में भी देखा जा सकता है कि सोर्स के तौर पर myuz_gaza दिया गया है।
वहीं आगे की जांच में हमने पाया कि myuz_gaza के इंस्टाग्राम अकाउंट पर ग़ाज़ा और उससे जुड़ी सूचनाएं, वीडियो और फोटो शेयर किए जाते हैं।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर फिलिस्तीन के ग़ाज़ा का वीडियो अफगानिस्तान में हिन्दू युवती की मुस्लिमों की भीड़ द्वारा अपहरण किए जाने का बताकर शेयर किया गया है। इसलिए यूजर का दावा भ्रामक है।

