सोशल मीडिया पर एक युवक की खंभे से बांधकर पिटाई किए जाने का वीडियो पश्चिम बंगाल का बताकर शेयर किया गया है। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स का दावा है कि एक हिन्दू युवक ने मुस्लिम बाहुल्य इलाके में सब्जी की रेहड़ी लगा दिया था, जिसके बाद मुस्लिमों ने उसकी काफिर कहते हुए जमकर पिटाई कर दी।
इस वीडियो को शेयर करते हुए रूही वर्मा नामक यूजर ने लिखा, ‘यह वीडियो बांग्लादेश या पाकिस्तान की नहीं है बल्कि हमारे पश्चिम बंगाल की है जहां ममता बानो की सरकार है…. >इस लड़के को इसलिए मर जा रहा है क्योंकि यह मुस्लिम बहुल इलाका है और उन्हें का मार्केट है यह हिंदू लड़के ने यहां पर अपना सब्जी का ठेला लगा लिया था….. >इस पर गुस्साए महजबी कट्टरपंथी लोगों ने हिंदू लड़के को बांध के मारा और बोला तुम काफिरों की यहां कोई जगह नहीं है….’

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले वीडियो को गौर से देखा। हमने वीडियो में एक युवक की टी-शर्ट पर बंगाली भाषा में कुछ टेक्स्ट लिखा पाया। जिसका गूगल लेंस की मदद से ट्रांसलेशन करने पर हमने पाया कि टी-शर्ट पर “त्रिनयनी युवा संघ- जगतपुर, लालमाई, कोमिला” लिखा है। आगे की जांच में हमें त्रिनयनी युवा संघ का फेसबुक पेज भी मिला, जिस पर लोकेशन में कोमिला-बांग्लादेश दिया है।

वीडियो के बारे में और ज्यादा जानकारी के लिए हमारी टीम ने कोमिला में युवक की पिटाई के संदर्भ में गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें इस वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर 13 और 14 अक्टूबर को किए गए कई पोस्ट मिले, जिसके साथ जानकारी दी गई है कि कोमिला के लक्षम नगर में एक युवक की मस्जिद में चोरी के आरोप में पिटाई की गई थी।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर युवक की पिटाई का शेयर किया गया वीडियो कोमिला-बांग्लादेश का है, जहां मस्जिद में चोरी के आरोप में युवक की पिटाई की गई थी, जिसे पश्चिम बंगाल में हिन्दू युवक की मुस्लिमों द्वारा पिटाई का बताकर झूठा और सांप्रदायिक दावा किया गया है।

