समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन के बयान का एक पोस्टकार्ड सोशल मीडिया पर वायरल है। अपने बयान में जया बच्चन ने कथित तौर पर राहुल गांधी की आलोचना करते हुए इंडिया गठबंधन की कमान अखिलेश यादव कौ सौंपे जाने की बात कही है।
वायरल पोस्टकार्ड में लिखा है, ‘मुझे राहुल गांधी मानसिक तौर पर बीमार लगते हैं, अब इंडी गठबंधन की बागडोर उनके हाथ से लेकर अखिलेश के हाथों में दे देनी चाहिए और 2029 में अखिलेश को भारत का प्रधानमंत्री बनाने की दिशा में काम करना चाहिए- जया बच्चन, सपा सांसद’। इस पोस्टकार्ड को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, ‘लो जी ये भी आ गई मैदान में…. ये लोग राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नहीं बनने देंगे’

वहीं कई अन्य यूजर्स ने अलग-अलग कैप्शन के साथ इस पोस्टकार्ड को फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स (पूर्व ट्विटर) पर शेयर किया है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने जांच में पाया कि जया बच्चन का वायरल पोस्टकार्ड फेक है। जया बच्चन ने राहुल गांधी पर ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। हमने जया बच्चन के बयान के संदर्भ में गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया, लेकिन किसी भी मुख्यधारा की मीडिया संस्थान द्वारा प्रकाशित ऐसी कोई न्यूज नहीं मिली। हमें हाल-फिलहाल की जया बच्चन की पत्रकार बरखा दत्त को दिए इंटरव्यू की ही खबरें मिलीं, जिसमें उन्होंने ‘शादी’ और निजी जीवन पर खुलकर बात की थी।

गांधी परिवार और बच्चन परिवार के रिश्ते काफी नजदीकी रहे हैं। अगर जया बच्चन ने राहुल गांधी पर वायरल बयान दिया होता, तो यह भारतीय मीडिया की सुर्खियों में जरूर होता। इसके अलावा इस मामले पर और ज्यादा जानकारी के लिए हमारी टीम ने समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी से संपर्क किया, उन्होंने कहा, ‘जया बच्चन जी या समाजवादी पार्टी के किसी नेता ने ऐसा बयान नहीं दिया है। हम और हमारी पार्टी राहुल गांधी जी का सम्मान करते हैं। इस तरह का फेक बयान कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में मतभेद पैदा करने की नीयत से किए जा रहे हैं।’
वहीं, हमने युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद फहद अहमद से भी संपर्क किया। फहद ने बताया कि सोशल मीडिया पर विपक्ष के बारे में झूठ परोसा जा रहा है। झूठ के बल पर ही ऐसे लोगों की दुकान चल रही है और झूठ के जरिए ही विपक्षी नेताओं को बदनाम करने की कोशिश भी की जाती है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए इंडिया गठबंधन की कमान अखिलेश यादव को दिए जाने का बयान नहीं दिया है। इसलिए यूजर्स का दावा फेक है।

