सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला पुलिसकर्मी से एक मुस्लिम युवक बदतमीजी कर रहा है। इस दौरान युवक को महिला पुलिसकर्मी थप्पड़ भी मारती है। इस वीडियो पर टेक्स्ट लिखा है, ‘हिन्दू पुलिसवाली से की बदतमीजी। शेयर कर दो’। इस वीडियो को उत्तर प्रदेश का बताते हुए सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
महावीर नामक यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘Peacefull’s!!!!’

ऋचा राजपूत (लोधी) ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘इन जाहिलों को ताकत देनेवाले अपने ही कुछ दोगले हैं… ये मदरसा का परवरिश और शिक्षा संस्कार है..जिसका उपचार जरूरी है ..ना जाने और कितने इस प्रकार के नाजायज़ वहां से इस प्रकार कि शिक्षा लेकर समाज में घुम रहे होंगे। इसकी जड़ें खोजकर उखाड़कर फेकना जरूरी है !’

अरुण यादव नामक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, ‘यूपी पुलिस की शेरनी’
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि यह वीडियो स्क्रिप्टेड है। इसका पूरा वीडियो Amit Dixit Social Message नामक यूट्यूब चैनल पर 21 सितंबर 2025 को अपलोड किया गया है।
इस वीडियो के शुरुआत के 3 सेकेंड पर एक डिस्क्लेमर देखा जा सकता है। जिसमें लिखा है, ‘इस वीडियो में दिखाए गए नाम, वर्ण, व्यवसाय, स्थान और घटनाएं सभी काल्पनिक हैं। इसका किसी मृत व्यक्ति या जीवित व्यक्ति से कोई संबंध नहीं हैं। अगर इसका किसी वास्तविक घटना या चरित्र से कोई संबंध पाया जाता हैं। तो यह मात्र एक संयोग होगा। इस वीडियो में कुछ डरावने तत्व दिखाए गए हैं। और उसे परिपक्व दर्शकों के लिए उपयुक्त है।’

इस यूट्यूब चैनल पर अपलोड कई वीडियो में इन्हीं कलाकारों को देखा जा सकता है, जिन्होंने अलग-अलग विषयों पर वीडियो बनाए हैं।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर स्क्रिप्टेड वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।

