लद्दाख हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर एक इंफोग्राफिक शेयर किया जा रहा है। इस इंफोग्राफिक पर टेक्स्ट लिखा है, ‘लद्दाख में एक सोची समझी साजिश के साथ किया गया है। लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर राधा कृष्ण माथुर ने NDTV को इंटरव्यू में खुलासा किया। 60 से ज्यादा नेपाली युवकों की पहचान हुई, जिन्हें दंगा फैलाने के लिए नेपाल से बुलाया गया। लगभग 100 दंगाइयों को कश्मीर के डोडा से बुलाया गया था।’
इस इंफोग्राफिक को शेयर करते हुए एल. ओझा नामक यूजर ने लिखा, ‘लद्दाख में हुई हिंसा का सच जानिए: लद्दाख के लेह में बुधवार को लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा की मांग के साथ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए । चुन चुन कर भाजपा कार्यालय और एक दो अन्य बिल्डिंग्स को जला दिया गए । अब इस हिंसा से जुड़ा जो खौफनाक सच सामने आ रहा है वह बता रहा है कि भारत को तोड़ने की कितनी गहरी साजिश हो रही है ।’

वहीं इस इंफोग्राफिक को थ्रेड्स पर भी शेयर किया गया है, जिसे यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल इंफोग्राफिक की जांच में इसे भ्रामक पाया। दरअसल लद्दाख के मौजूदा लेफ्टिनेंट गवर्नर कविंदर गुप्ता हैं, जिन्होंने इसी साल जुलाई के महीने में पदभार ग्रहण किया। वहीं आरके माथुर लद्दाख के पहले लेफ्टिनेंट गवर्नर थे, जिनका कार्यकाल 31 अक्टूबर 2019 से 12 फरवरी 2023 तक था।

आगे की जांच के लिए हमारी टीम ने एनडीटीवी पर आरके माथुर के बयान के संदर्भ में सर्च किया। हमें माथुर का ऐसा कोई बयान नहीं मिला। वहीं हमें एनडीटीवी पर मौजूदा लेफ्टिनेंट गवर्नर कविंद्र गुप्ता का एक इंटरव्यू मिला। इस इंटरव्यू में कविंद्र गुप्ता लद्दाख हिंसा के पीछे विदेशी ताकतों की बात करते हैं और कहते हैं कि लद्दाख को हिंसा का गढ़ नहीं बनने दिया जाएगा।
इसी इंटरव्यू में आगे एलजी ने घायलों की सूची में नेपाल और डोडा से लोगों के होने की बात कही है। हालांकि उन्होंने जांच के बाद चीजों के स्पष्ट होने की बात कही है।
#NDTVExclusive | लद्दाख प्रदर्शन: उपराज्यपाल कविंद्र गुप्ता बोले "लद्दाख को हिंसा का केंद्र नहीं बनने देंगे"#Laddakh | #Protest | @AdityaRajKaul pic.twitter.com/LfB6L7ucSY
— NDTV India (@ndtvindia) September 25, 2025
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया किया गया दावा गलत है। लद्दाख के मौजूदा एलजी कविंदर गुप्ता हैं, जबकि आरके माथुर पहले एलजी थे, जिनका कार्यकाल फरवरी 2023 तक था। वहीं माथुर ने एनडीटीवी को ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि मौजूदा एलजी कविंदर गुप्ता ने घायलों में नेपाल और डोडा के लोगों के होने की बात कही है।

