नेपाल में Gen-Z आंदोलन के बाद सत्ता परिवर्तन हो गया है। पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की नेपाल की प्रधानमंत्री चुनी गई हैं, उन्होंने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि इस्लामी झंडों के साथ मुस्लिम समुदाय के लोग जुलूस निकाल रहे हैं। इस वीडियो के साथ दावा किया गया है कि नेपाल में तख्तापलट के बाद मुसलमानों ने जुलूस निकाला है।
इंस्टाग्राम पर ज़ारा खान नामक यूजर ने वीडियो शेयर किया है, जिस पर टैक्स्ट लिखा है, ‘तख्तापलट के बाद नेपाल में हिन्दू राष्ट्र की झलक’। इस पोस्ट को इंस्टाग्राम पर 33000 से ज्यादा लाइक्स 4 लाख से ज्यादा बार देखा गया है।

इसके अलावा इस वीडियो को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर भी शेयर कर ऐसा ही दावा किया गया है।

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि यह वीडियो नेपाल में हाल-फिलहाल का नहीं है, बल्कि जुलाई के महीने में निकाले गए मुहर्रम जुलूस का है। इस वीडियो को एक यूट्यूब यूजर ने 13 अगस्त को पोस्ट किया। इस वीडियो पर लोकेशन में बिराटनगर, पोखरिया, मोरंग-नेपाल लिखा हुआ है।
आगे की जांच के लिए हमने वीडियो को गौर से देखा, तो पाया कि एक बिल्डिंग पर ‘राजेश्वरी भवन’ लिखा हुआ है। वहीं बगल वाले गेट पर सिटी सिनेमा लिखा हुआ है। हमारी टीम ने गूगल मैप पर बिराटनगर में राजेश्वरी भवन के बारे में सर्च किया। हमने पाया कि यह बिल्डिंग बिराटनगर के तिनपैनी चौक पर स्थित है और इस बिल्डिंग में लक्ष्मी सनराइज बैंक और प्रभु बैंक दोनों के ऑफिस हैं। वहीं मैप में बगल वाले गेट पर सिटी सिनेमा लिखा हुआ देखा जा सकता है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर शेयर किया गया वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। यह वीडियो नेपाल के बिराटनगर के तिनपैनी चौक का है, जब मुहर्रम पर मुस्लिम समुदाय द्वारा जुलूस निकाला गया था। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।

