नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाने के बाद जमकर बवाल और प्रदर्शन हुआ। भीड़ द्वारा संसद में आग लगा दी गई, वहीं वित्त मंत्री की सड़कों पर पिटाई की गई। इन प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिसकर्मियों पर पथराव और हमला किया जा रहा है।
नेपाल के सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को नेपाल का बताकर शेयर कर रहे हैं। नेपाली भाषा में Journalist Raaz Shah नामक यूजर ने कैप्शन लिखा, जिसका हिन्दी अनुवाद है, ‘नेपाल की गंदी राजनीति के कारण ये हालात नहीं आएंगे मैं कह नहीं सकता.. धान खाने वाला चूहा और मेंढक जो घायल हो जाते है.. हर देश में पुलिस का बुरा हाल # nepali #’

वहीं Bobby Khatri नामक यूजर ने भी इस वीडियो को नेपाल का बताकर शेयर किया है।

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच के लिए वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें यह वीडियो अगस्त में पोस्ट मिला, जिसे यूजर्स द्वारा इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता का बताते हुए शेयर किया गया था। Arshaka Bakeri नामक यूजर ने 31 अगस्त को यह वीडियो पोस्ट करते हुए पुलिस पर हमले को लेकर सवाल उठाए थे।
1 सितंबर को एक अन्य यूजर द्वारा भी इस वीडियो को जकार्ता में प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर हमले का बताकर शेयर किया गया है।
इसके अलावा आगे की जांच करने पर हमने पाया कि वीडियो में देख रहे पुलिसकर्मियों ने जिस सुरक्षा ढाल (Riot Shield) से खुद को कवर किया है, उस पर अंग्रेजी में POLISI लिखा हुआ है, जो इंडोनेशिया की पुलिस को संदर्भित करता है। हम यहां दिए कोलाज में इंडोनेशिया पुलिस और नेपाल पुलिस की तस्वीरों के साथ यह स्पष्ट कर रहे हैं कि यह वायरल वीडियो इंडोनेशिया का ही है।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर शेयर किया गया वीडियो नेपाल का नहीं है। यह वीडियो पिछले दिनों इंडोनेशिया में हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों पर हमले का है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।

