नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के बाद हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा भी दे दिया, वहीं हालात को नियंत्रित करने के लिए काठमांडू में सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने नेपाल की प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदर का गेट तोड़ने की कोशिश की। वायरल वीडियो में कुछ लोगों को मंदिर के गेट पर खड़ा होते देखा जा सकता है।
Pushpendra Kulshrestha Parody नामक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, ‘असली गुस्सा कहाँ है? और चोट मंदिर पर क्यो सरकार के खिलाफ विरोध समझ आता है, लेकिन मंदिर के दरवाज़े तोड़ने की कोशिश? गुस्सा अगर सरकार से है, तो निशाना पशुपतिनाथ मंदिर क्यों? ये मंदिर सिर्फ ईंट-पत्थर नहीं, बल्कि पूरे हिंदू समाज की आस्था और पहचान का प्रतीक है।’

इंस्टाग्राम पर drishtisanchar नामक यूजर ने वीडियो के साथ नेपाली भाषा में कैप्शन लिखा है, जिसका हिन्दी अनुवाद है, ‘Gen-Z के नाम पर घुसपैठियों द्वारा पशुपतिनाथ मंदिर में तोड़फोड़।’

कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो को नेपाल के हालिया प्रदर्शन से जोड़ते शेयर किया है, जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि यह वीडियो हालिया प्रदर्शन का नहीं है। इस वीडियो को फेसबुक यूजर Hamro jatra द्वारा 14 जुलाई 2025 को पोस्ट किया गया है, जिसमें शोभायात्रा का जिक्र किया गया है। इस वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है, ‘पशुपतिनाथ मंदिर में इस शोभायात्रा के बारे में कौन जानता है? यह कौन सी शोभायात्रा है और कब निकलती है? यह द्वार पर क्यों चढ़ रही है?’

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर पशुपतिनाथ मंदिर का पुराना वीडियो शेयर कर प्रदर्शनकारियों द्वारा मंदिर पर हमला करने या फिर गेट तोड़ने की कोशिश करने का भ्रामक दावा किया गया है। वायरल वीडियो 14 जुलाई से इंटरनेट पर मौजूद है।

