सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक को उल्टा लटकाया गया है और उसके नीचे पटाखे फोड़े जा रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद का है, जहां चोरी के आरोप में पकड़े गए एक युवक के अमानवीयता की जा रही है।
इस वीडियो को शेयर करते हुए युसुफ जमाल नामक यूजर ने लिखा, ‘अगर आप चाहते हैं पुलिस जांच कर के दोषियों का कड़ी सजा दे तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें! सोशल मीडिया पर एक विडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक चोर के साथ कुछ लोगों द्वारा गलत व्यवहार किया जा रहा है। चोरी किया है तो उसके लिए पुलिस और अदालत है कानून को हाथ में लेना सही नहीं है, कमेंट्स में आप बताएं क्या यह सही है..?’

इस वीडियो पर लोकेशन में फिरोजाबाद लिखा गया है। इसके अलावा इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया है, जिसे यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच के लिए सबसे पहले वीडियो को गौर से देखा। हमने पाया कि इस वीडियो में कई युवक लाल रंग की टी-शर्ट पहने हुए हैं, जिस पर अब्बासी अखाड़ा- चंण्डौस लिखा हुआ है। वहीं जिस युवक को उल्टा लटकाया गया है, उस युवक ने भी अब्बासी अखाड़ा- चंण्डौस वाली टी-शर्ट पहन रखी है।

इसके बाद हमारी टीम ने जांच को आगे बढ़ाया तो पाया कि इस वीडियो को अब्बासी अखाड़ा-चंडौस, खैर-अलीगढ़ में करतब दिखाए जाने बताते हुए 13 जुलाई को शेयर किया गया है। वहीं हमने पाया कि कई अन्य यूजर्स ने भी ऐसे ही अन्य वीडियो को मोहर्रम पर अब्बासी अखाड़े-चंडौस का बताते हुए शेयर किया है।

वहीं आगे की जांच करने पर हमें फिरोजाबाद पुलिस का एक पोस्ट मिला, जिसमें खंडन करते हुए बताया गया है कि वायरल वीडियो फिरोजाबाद का नहीं है।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो फिरोजाबाद का नहीं है और यह दावा भी भ्रामक है कि चोर को उल्टा लटकाकर सजा दी रही है। दरअसल यह वीडियो अलीगढ़ के चंडौस के अब्बासी अखाड़े का वीडियो, जहां अखाड़े के युवा मोहर्रम पर करतब दिखा रहे थे। इसलिए यूजर्स का दावा गलत है।

