बिहार में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ‘वोट अधिकार यात्रा’ निकाल रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे एक रैली के वीडियो में भारी भीड़ को देखा जा सकता है। इस वीडियो को कई यूजर्स द्वारा बिहार में राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा और रैली का बताकर शेयर किया जा रहा है।
एक यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘राहुल की वोट अधिकार यात्रा, सत्य का आलम लिए, लोकतंत्र की रक्षा को, जन-जन को जागृत किए। हक की आवाज बुलंद हो, हर वोट की ताकत बढ़े, सफलता इस संग्राम की, भारत का गौरव चढ़े।’

सौरभ यादव नामक यूजर ने लिखा, ‘जिनको भीड़ नहीं दिखती है बिहार में राहुल गांधी जी की रैली में वो देख लो ये भीड़ नहीं सुनामी है।’

एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘ये जलवा है राहुल गांधी का, मोदी देख ले। मीडिया वालो हिम्मत है तो दिखाओ टीवी पर।’

इसके अलावा कई अन्य यूजर्स द्वारा भी वीडियो शेयर किया गया है, जिसे यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच के लिए वीडियो को की-फ्रेम्स में कन्वर्ट कर रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें यह वीडियो कई यूट्यूब चैनलों पर शॉर्ट्स सेक्शन में अपलोड मिला। हालांकि ये वीडियो जुलाई के महीने के अपलोड किए गए थे। 9 जुलाई को एक यूट्यूब चैनल द्वारा इस वीडियो में लोगों की रिकॉर्ड भीड़ जुटने का बताते हुए अपलोड किया गया है। वहीं एक यूट्यूब चैनल पर यही वीडियो 24 जुलाई को पोस्ट किया गया है।

गौरतलब है कि राहुल गांधी की बिहार में ‘वोट अधिकार यात्रा’ 17 अगस्त से शुरु है, जबकि वायरल वीडियो यात्रा शुरु होने के पहले से ही जुलाई महीने से इंटरनेट पर मौजूद है। जिससे यह साफ हो जाता है कि वायरल वीडियो राहुल गांधी की बिहार में चल रही वोट अधिकार यात्रा का नहीं है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो राहुल गांधी की रैली या वोट अधिकार यात्रा का नहीं है। यह वीडियो राहुल गांधी की बिहार में 17 अगस्त से ‘वोट अधिकार यात्रा’ शुरु होने से पहले से ही इंटरनेट पर मौजूद है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।

