यूपी के पूर्व उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का एक बयान सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। यूजर्स का दावा है कि दिनेश शर्मा ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बगावत करते हुए बयान दिया है कि सीएम योगी चाहते हैं कि यादव से ब्राह्मण अलग हो जाएं।
वायरल वीडियो में दिनेश शर्मा को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘ब्राह्मण और यादव को लड़ाने का षणयंत्र करके इस तरह के वक्तव्य दिए गए हैं। लेकिन ब्राह्मण और यादव अलग हो ही नहीं सकते हैं।’ इस वीडियो को शेयर करते हुए शिवबचन यादव नामक यूजर ने लिखा, ‘#योगी चाहते हैं #यादव से #ब्राह्मण अलग हो जाए! पूरी तरह दिनेश शर्मा योगी के खिलाफ बगावत छेड़ दिया है कुछ दिन पिछले भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह योगी आदित्यनाथ को धोये #अब #भाजपा सांसद दिनेश शर्मा कुछ कह रहें हैं’

एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘”योगी चाहते हैं यादव से ब्राह्मण अलग हो जाए” – दिनेश शर्मा, बीजेपी नेता पूरी तरह दिनेश शर्मा जी योगी जी के खिलाफ बगावत छेड़ दिए हैं। कुछ दिन पिछले भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने योगी आदित्यनाथ जी पर बहुत कुछ बोला था । अब भाजपा सांसद दिनेश शर्मा कुछ कह रहें हैं।’

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने दिनेश शर्मा के वायरल इंटरव्यू की जांच करने पर पाया कि उनका आधा-अधूरा बयान गलत संदर्भ के साथ शेयर किया गया है। जांच के दौरान हमने पाया कि इंटरव्यू के वीडियो में न्यूज-18 की माइक आईडी है। जिसके बाद हमारी टीम ने न्यूज-18 के यूट्यूब चैनल पर सर्च किया और पाया कि दिनेश शर्मा का पूरा इंटरव्यू 26 जून 2025 को अपलोड किया गया है।
इस इंटरव्यू में देखा जा सकता है कि दिनेश शर्मा इटावा में पिछले दिनों यादव जाति के कथावाचकों की हुई पिटाई पर बयान दे रहे थे। इंटरव्यू के ड्यूरेशन 8 मिनट 3 सेकेंड पर वह कहते हैं, ‘ये विपक्ष के लोग क्यों इसको बुलाकर पेश करना पड़ा लोगो को, क्योंकि भारी संख्या में यादव समाज के लोग बीजेपी की नीतियों से प्रसन्न होकर भाजपा के साथ आ रहे हैं। अब इनको डर है कि हमारा जो वोटबैंक है, वो न चला जाए। बीजेपी जाति की राजनीति नहीं करती, लेकिन यह ब्राह्मण और यादव को लड़ाने का षणयंत्र करके इस प्रकार के वक्तव्य दिए गए हैं। लेकिन ब्राह्मण और यादव अलग हो ही नहीं सकते हैं।’
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि दिनेश शर्मा ने सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ बगावत करते हुए बयान नहीं दिया कि सीएम योगी चाहते हैं कि यादव से ब्राह्मण अलग हो जाए। दरअसल दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए ये आरोप लगाए थे। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।