Samosa-Jalebi

फैक्ट चेकः स्वास्थ्य मंत्रालय ने समोसा-जलेबी पर चेतावनी लेबल लगाने का निर्देश नहीं दिया, भ्रामक न्यूज वायरल

Fact Check hi Featured Misleading

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय ने जलेबी, समोसा और लड्डू जैसे खाद्य पदार्थों पर चेतावनी लेबल जारी करने का निर्देश दिया है। इस दावे के साथ सुनील शर्मा नामक एक यूजर ने लिखा, ‘समोसा और जलेबी के दुकान पर वैधानिक चेतावनी लिखा होगा जैसे सिगरेट के रेपर पर लिखा होता है, सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है वैसे ही… ” समोसा और जलेबी खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।”

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एक अन्य यूजर ने ऐसे ही दावे के साथ किए गए पोस्ट में लिखा, ‘समोसा जलेबी ताजा खाना है, भारत में लोग अभी पैकेट वाले फूड को इतनी तवज्जो नहीं देते! ये जो एडवाइजरी है, पैकेट फूड को बढ़ावा देने की तरफ ही है, बस देखना ये है कि कौन सी कंपनी इस में घुसने वाली है’

फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल दावे की जांच की। हमें इस संदर्भ में प्रेस सूचना ब्यूरो की एक प्रेस रिलीज मिली, जिसमें बताया गया है, ‘कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने समोसा, जलेबी और लड्डू जैसे खाद्य उत्पादों पर चेतावनी लेबल जारी करने का निर्देश दिया है। ये मीडिया रिपोर्ट्स भ्रामक, गलत और निराधार हैं।’

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इस प्रेस रिलीज में साफ किया गया है कि ‘स्वास्थ्य मंत्रालय ने कार्यस्थलों पर स्वास्थ्यवर्धक विकल्प चुनने के लिए परामर्श जारी किया है। इसमें विभिन्न कार्यस्थलों जैसे लॉबी, कैंटीन, कैफेटेरिया, मीटिंग रूम आदि में बोर्ड लगाने की सलाह दी गई है ताकि विभिन्न खाद्य पदार्थों में मौजूद अतिरिक्त वसा और चीनी के सेवन से होने वाले हानिकारक परिणामों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। ये बोर्ड देश में तेजी से बढ़ रही मोटापे की समस्या से बचने का संदेश देते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के परामर्श में विक्रेताओं को बेचे जाने वाले खाद्य उत्पादों पर चेतावनी लेबल लगाने का निर्देश नहीं दिया गया है  और यह भारतीय स्नैक्स और समृद्ध स्ट्रीट फ़ूड संस्कृति को लक्षित नहीं करता है।’

निष्कर्षः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जलेबी, समोसा और लड्डू जैसे खाद्य पदार्थों पर चेतावनी लेबल लगाए जाने का निर्देश जारी नहीं किया है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।