Pappu Yadav crying

फैक्ट चेकः पप्पू यादव के रोने का वर्ष 2018 का वीडियो राहुल गांधी से जोड़कर भ्रामक दावा किया गया

Fact Check hi Featured Misleading

बिहार में चुनाव आयोग द्वारा किए जा रहे मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण का विरोध आरजेडी और कांग्रेस सहित महागठबंधन में शामिल दल कर रहे हैं। महागठबंधन की तरफ से बंद का आयोजन किया गया था, जिसमें राहुल गांधी और तेजस्वी यादव शामिल हुए थे। इस बीच राहुल गांधी के मंच पर चढ़ने से पूर्णिया सांसद पप्पू यादव को रोक दिया गया था।

सोशल मीडिया पर पप्पू यादव के रोने का एक वीडियो शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि जब राहुल गांधी के मंच पर पप्पू यादव को जाने से रोका गया, तो वह रोने लगे। बिहारी बाबू नामक एक यूजर ने लिखा, ‘भारी बेइज्जती हे यार.. पप्पू यादव को राहुल गाँधी के साथ स्टेज पे चढ़ने नहीं दिया गया तो.. पप्पू यादव रोने लगे’

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इस वीडियो को शेयर करते हुए अरुण यादव नामक यूजर ने लिखा, ‘रूला दिया ना बेचारे पप्पू यादव बाघ का करेजा को ग़लत बात है राहुल गांधी जी आपकी’

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वहीं इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ कई अन्य यूजर्स ने भी शेयर किया है, जिसे यहां, यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।

फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच के लिए वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें पप्पू यादव के रोने वाले वीडियो की सितंबर 2018 की एनडीटीवी, जनसत्ता और ज़ी न्यूज सहित कई मीडिया कवरेज मिली। जनसत्ता की खबर के मुताबिक, ‘बिहार के मधेपुरा से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के काफिले पर गुरुवार (6 सितंबर) को मुजफ्फरपुर में हमला हुआ। बताया जा रहा है कि इस हमले में सांसद जख्मी हो गए हैं। उनके साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें हमलावरों से बचाया। यह हमला उस समय हुआ, जब वे नारी बचाओ पदयात्रा में भाग लेने मुजफ्पुरपुर के रास्ते मधुबनी जा रहे थे। इस दौरान मुजफ्फरपुर के खबड़ा में कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके ऊपर जानलेवा हमला किया।’

वहीं हमें एक यूट्यूब चैनल पर पप्पू यादव के रोने वाला वीडियो भी मिला, जिसमें उन्होंने हमले के बारे में मीडियाकर्मियों को बताया था।

निष्कर्षः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि पप्पू यादव का वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। यह वर्ष 2018 का वीडियो है, जब एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे पप्पू यादव पर बंद के दौरान हमला हुआ था। जिसके बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए पप्पू यादव रोने लगे थे। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।