सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी बीच सड़क पर तीन युवकों की पिटाई कर रहे हैं। पुलिसकर्मियों ने तीनों युवकों को सड़क पर बैठाया हुआ है और उनके पैरों के पंजे पर बारी-बारी लाठियां बरसा रहे हैं। यूजर्स इस वीडियो के साथ दावा कर रहे हैं कि इन युवकों ने पाकिस्तान ज़िंदाबाद का नारा लगाया था, जिसके बाद में योगी सरकार की पुलिस ने इनकी बीच सड़क पर पिटाई कर दी।
वीडियो शेयर करते हुए मनोज श्रीवास्तव नामक यूजर ने लिखा, ‘पाकिस्तान जिंदाबाद बोलने वालों का इलाज ऐसे होता है-यूपी पुलिस’। मनोज श्रीवास्तव नामक यूजर लगातार फेक और भ्रामक सूचनाएं शेयर करता है, जिस पर DFRAC की टीम ने विस्तृत रिपोर्ट भी प्रकाशित किया है, जिसका शीर्षक DFRAC विशेषः सोशल मीडिया पर फेक न्यूज और नफरत फैला रहा मनोज श्रीवास्तव है।

वीडियो शेयर कर मयंक उपाध्याय नामक यूजर ने लिखा, ‘पाकिस्तान जिंदाबाद बोलने वालों का इलाज ऐसे करती है- योगी जी की यूपी पुलिस‘

इसके अलावा कई अन्य यूजर्स ने भी इस वीडियो के ऐसे ही कैप्शन के साथ शेयर किया है, जिसे यहां, यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं है। यह आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के तेनाली हाईवे पर पुलिस द्वारा युवकों की पिटाई का वीडियो है। हमें इस घटना के बारे में इंडिया टुडे और टाइम्स नाउ की रिपोर्ट्स मिलीं, जिसके अनुसार एक कॉन्स्टेबल पर हमला करने के आरोपी तीन युवकों की पुलिस ने हाईवे पर पिटाई कर दी। पीड़ित युवकों की पहचान चेब्रोलू जॉन विक्टर (25), शेख बाबूलाल उर्फ करीमुल्ला (21) और डोमा राकेश (25) के रूप में हुई है, जो तेनाली और मंगलगिरी के निवासी हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांस्टेबल कन्ना चिरंजीवी द्वारा पहले दर्ज कराई गई शिकायत के सिलसिले में पुलिस ने युवकों हिरासत में लिया था। तीनों पर पिछले महीने कांस्टेबल पर हमला करने का आरोप है। पुलिस ने कथित तौर पर कहा कि वे गांजा के नशे में थे। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और भारतीय दंड संहिता की कठोर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया, जिसमें हत्या का प्रयास और षड्यंत्र भी शामिल है। वहीं वीडियो वायरल होने के बाद राज्य की विपक्षी पार्टी YSRCP ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने तीनों युवकों से रिश्वत मांगी और जब उन्होंने रिश्वत देने से इनकार कर दिया तो पुलिस ने उनकी पिटाई कर दी।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं है। यह वीडियो आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के तेनाली हाईवे पर पुलिस द्वारा युवकों की पिटाई का है। वहीं पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने के बाद युवकों की पिटाई का दावा भी गलत है, क्योंकि इन युवकों की पिटाई एक कॉन्स्टेबल पर हमला करने के आरोप में की गई थी।