सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि सेना के एक कैंप में नारेबाजी की जा रही है। यूजर्स इस वीडियो के साथ दावा कर रहे हैं कि यह तुर्किए की फौज है जो पाकिस्तान के समर्थन में भारत के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं।

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इस वीडियो को तुर्किए और पाकिस्तानियों द्वारा शेयर किया जा रहा है। सोशल साईट X पर वेरिफाइड यूजर टर्किश सेंचुरी ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि इधर आओ, भारत! इसके साथ ही तुर्की-पाकिस्तान की दोस्ती को दर्शाने के लिए इमोजी का भी इस्तेमाल किया गया।

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वहीं एक अन्य यूजर पाकिस्तान टाइम ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि तुर्की सेना पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगा रही है। तुर्कीये पाकिस्तान भाई भाई ❤️
फैक्ट चेक:

वायरल वीडियो के साथ किये गए दावे की जांच के लिए DFRAC ने वीडियो की कीफ्रेम को रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें वीडियो का एक स्क्रीनग्रैब टर्किश न्यूज़ वेबसाईट ABC पर 11 मार्च 2023 को पब्लिश एक रिपोर्ट में मिला। रिपोर्ट में जानकारी देते हुए बताया गया कि “काहरामनमारास में आए भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्यों में भाग लेने के लिए कास्तामोनू से हाटे गए 2,700 कमांडो, कमांडो मार्च गाते हुए और प्रभावशाली शब्दों के साथ मार्च करते हुए शहर से रवाना हुए।“

इसके अलावा ऐसा ही एक वीडियो हमें एक अन्य टर्किश न्यूज़ वेबसाइट ODA TV पर मिला। 10 मार्च 2023 को पब्लिश इस रिपोर्ट में वीडियो के साथ जानकारी देते हुए लिखा गया – “काहरामनमारास में आए भूकंप के बाद, खोज और बचाव कार्यों में भाग लेने के लिए कास्तामोनू से हाटे गए 2,700 कमांडो नारे लगाते और कमांडो मार्च गाते हुए शहर से चले गए। इन कमांडो ने खोज एवं बचाव कार्यों में भाग लिया और यहां कई लोगों की जान बचाई, उन्होंने क्षेत्र में सार्वजनिक व्यवस्था सुनिश्चित करने में भी भाग लिया। “
निष्कर्ष:
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा भ्रामक है। क्योंकि ये वीडियो दो साल पुराना है। वीडियो का भारत-पाक संघर्ष से भी कोई सबंध नहीं है। बल्कि वीडियो 2023 में तुर्की के काहरामनमारास में आए भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्यों में भाग लेने के लिए कास्तामोनू से हाटे गए टर्किश कमांडो का है।