सोशल मीडिया पर एक यूट्यूब चैनल की न्यूज शेयर की गई है, जिसमें देखा जा सकता है कि दो युवकों को एक भीड़ ने पकड़ा है। यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर यह दावा कर रहे हैं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के दो कार्यकर्ताओं को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रेलवे ट्रैक पर बम लगाते हुए पकड़ा गया है।
इस वीडियो को शेयर कर ताज इंडिया नामक यूजर ने अंग्रेजी भाषा में कैप्शन लिखा, जिसका हिन्दी अनुवाद है, “RSS एक आतंकवादी समूह है, यह इसका सबूत है। दो @RSS कार्यकर्ता – मदन कुंडू और सागर दास – मुर्शिदाबाद के निमटीटा में रेलवे लाइन के पास बम लगाते हुए रंगे हाथों पकड़े गए। ममता बनर्जी सरकार को बदनाम करने के लिए भाजपा नरसंहार करने को तैयार है।”

वहीं इस वीडियो को कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा भी ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया है, जिसे यहां, यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच के लिए इस घटना के संदर्भ में कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें बंगाली भाषा की दो वेबसाइट पर इस घटना से जुड़ी खबर मिली। ‘द वॉल’ की 26 दिसंबर 2024 की खबर के मुताबिक मुर्शिदाबाद के सुतिर निमतिता रेलवे स्टेशन के दफाहाट छटकटा मोहल्ले के सामने रेलवे पटरी से एक बम बरामद किया गया। रेलवे लाइन के पास से गुजरते समय स्थानीय लोगों ने दो बदमाशों को रेलवे लाइन पर बम रखते देखा। उन्होंने ही तुरंत पुलिस को सूचित किया। रेलवे पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। रेलवे लाइन से दो बम बरामद किये गये। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के नाम मदन कुंडू और सागर दास हैं।

हिन्दी भाषा में ट्रांसलेट किया गया स्क्रीनशॉट
वहीं हमें 26 दिसंबर 2024 की अन्य रिपोर्ट भी मिली, जिसमें यही तथ्य दिए गए हैं। हालांकि किसी भी मीडिया रिपोर्ट में इन दोनों के आरएसएस से जुड़े होने के बारे में नहीं लिखा गया है। ‘आज कल‘ की एक रिपोर्ट में पुलिस अधिकारी का बयान प्रकाशित किया गया है, जिसमें बताया गया है, ‘प्रारंभिक जांच से पता चला है कि दो युवकों ने नशे में धुत होकर रेलवे लाइन के पास बम रखा था। हालाँकि, बम विस्फोट न करने से एक बड़ी दुर्घटना टल गई।’

हिन्दी भाषा में ट्रांसलेट किया गया स्क्रीनशॉट
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल न्यूज क्लिप हाल-फिलहाल की नहीं है, यह लगभग एक साल पुरानी घटना है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।