तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन के एक बयान की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसको लेकर सवाल खड़े किये जा रहे है कि इस वीडियो क्लिप में स्टालिन खुद को ईसाई बता रहे है।
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इस वीडियो क्लिप को X (ट्विटर) पर वेरिफाइड यूजर मिस्टर सिंहा ने शेयर करते हुए लिखा कि “मैंने पहले भी कहा है, और फिर से कह रहा हूँ कि मैं एक गर्वित ईसाई हूँ – उदयनिधि स्टालिन” अपने धर्म पर गर्व करने में कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन सवाल यह है कि -क्या आपको हिंदू धर्म को गाली देने का कोई अधिकार है? – आपको हिंदुओं द्वारा खुद को गर्वित हिंदू के रूप में पहचाने जाने से क्या परेशानी है?
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वहीं एक अन्य वेरिफ़ाइड यूजर NewsSpectrumAnalyzer (The News Updates 🗞️) ने लिखा कि ‘मैंने पहले भी कहा है, और फिर से कह रहा हूँ कि मैं एक गर्वित ईसाई हूँ – उदयनिधि स्टालिन’ आपको ईसाई धर्म का पालन करने का अधिकार है जैसे #हिंदुओं को #सनातन धर्म का पालन करने का अधिकार है, आपको #सनातन धर्म को नीचा दिखाने का अधिकार नहीं है और आपको लोगों को वह करने देना चाहिए जो वे करना चाहते हैं। #उदयनिधि स्टालिन #हिंदू
इसके अलावा कई अन्य यूजर ने भी इस तरह के मिलते-जुलते दावों के साथ वीडियो क्लिप को शेयर किया है।
फैक्ट चेक:
वायरल दावे की जांच के लिए DFRAC ने सबसे पहले गूगल पर स्टालिन के इस बयान से जुड़ी मीडिया कवरेज की जांच की। इस दौरान हमें इंडिया टुडे और दैनिक भास्कर की रिपोर्ट मिली। इन रिपोर्ट में स्टालिन के बयान को कोट किया गया जिसमे उन्होने कहा “मुझे ईसाई होने पर गर्व है। मैंने पिछले साल ऐसा कहा था तो कई संघी इससे चिढ़ गए थे। लेकिन आज मैं फिर इसे दोहरा रहा हूं। मैं सभी धर्मों का प्रतिनिधित्व करता हूं। उदयनिधि ने कहा कि अगर आप सोचते हैं कि मैं ईसाई हूं, तो मैं हूं। अगर आप सोचते हैं कि मैं मुस्लिम हूं, तो मैं मुस्लिम हूं। अगर आप सोचते हैं कि मैं हिंदू हूं, तो मैं हिंदू हूं। मैं सभी धर्मों को मानता हूं। सभी धर्म प्यार करने की सीख देते हैं।“
इसके अलावा हमें उनके बयान का पूरा वीडियो भी मिला। जिसमे स्टालिन उपरोक्त बयान देते हुए सुना जा सकता है।
निष्कर्ष:
अत: DFRAC के फैक्ट चेक से साबित होता है कि वायरल वीडियो क्लिप भ्रामक है। क्योंकि इस वीडियो क्लिप में स्टालिन के आधे-अधूरे बयान को हो दिखाया गया है।