
पैसों के लेन-देन में युवक की पिटाई का पुराना वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल

इसके अलावा अन्य यूजर ने भी वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा किया है, जिसे यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमने पाया कि इस वीडियो को वर्ष 2021 में फेसबुक पर पोस्ट किया गया है।

आगे की जांच में हमने पाया कि वायरल पोस्ट पर सहारनपुर पुलिस ने रिप्लाई करते हुए बताया है कि यह घटना तीन साल पुरानी है। सहारनपुर पुलिस के मुताबिक दोनों पक्ष एक ही समुदाय के हैं। इसके अलावा सहारनपुर पुलिस द्वारा यह भी बताया गया है कि इस मामले में फतेहपुर थाने में केस दर्ज कर कार्रवाई भी की जा चुकी है।

वहीं 9 नवंबर 2024 के एक एक्स पोस्ट में सहारनपुर पुलिस ने महिला से बातचीत के आधार पर बताया है कि महिला के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की गई थी। बल्कि यह प्रकरण पैसों के लेन देन से संबंधित था। इस ट्वीट के साथ संलग्न वीडियो में महिला अपना और अपने पति का नाम बताती है, जिससे स्पष्ट होता है कि इस घटना में पीड़ित और आरोपी दोनों मुस्लिम समुदाय से हैं।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है, दोनो पक्ष मुस्लिम समुदाय से हैं। यह मामला तीन साल पुराना सहारनपुर के छुटमलपुर का है और यह विवाद पैसों के लेन-देन से संबंधित था।