सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक व्यक्ति भारत माता की जय के नारे लगा रहा है। जबकि इसी वीडियो में एक व्यक्ति को कुछ लोगों द्वारा उठाकर बाहर ले जाते देखा जा सकता है। यूजर्स वीडियो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि जम्मू कश्मीर विधानसभा में भारत माता की जय बोलने पर बीजेपी विधायकों को बाहर निकाल दिया गया।
इसके अलावा अन्य यूजर ने भी वीडियो शेयर कर ऐसे ही दावे किये हैं, जिसे यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड सर्च किये। हमें 08 नवंबर 2024 का ANI News यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो मिला, जिसमें बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा ‘अखाड़े’ में तब्दील हो गई और स्पीकर के आदेश पर वेल में घुसे बीजेपी विधायकों को मार्शलों ने बाहर निकाला।
इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है, जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के मुद्दे पर 8 नवंबर को भी हंगामा जारी रहा। कुपवाड़ा से पीडीपी विधायक द्वारा अनुच्छेद 370 की बहाली के बैनर दिखाए जाने के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद बीजेपी विधायकों ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष अब्दुल रहीम राथर के आदेश पर, 8 नवंबर को जम्मू-कश्मीर विधानसभा सत्र के 5वें दिन सदन के वेल में घुसे बीजेपी विधायकों को मार्शलों द्वारा बाहर निकाल दिया गया।
इसके अलावा NDTV India की 8 नवंबर 2024 की एक वीडियो रिपोर्ट में भी बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा सदन लगातार तीसरे दिन हंगामे भरा रहा। सत्र शुरू होते ही अनुच्छेद 370 पर जमकर बवाल हो गया। बारामूला लोकसभा सीट से सांसद इंजीनियर राशिद के भाई खुर्शीद अहमद शेख को मार्शलों ने विधानसभा से बाहर निकाला। सदन में BJP लगातार आर्टिकल 370 के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव का विरोध कर रही है। इस दौरान सदन में धक्का मुक्की और हाथापाई भी देखने को मिली। विधानसभा में यह हंगामा आर्टिकल 370 की बहाली से जुड़े 2 प्रस्तावों को लेकर हो रहा है।
इसके अलावा BBC Hindi और indiatoday की रिपोर्ट्स में भी बताया गया है कि आर्टिकल 370 पर हंगामें के बाद बीजेपी विधायकों को मार्शल के जरिए सदन से बाहर कर दिया गया।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि बीजेपी विधायकों को भारत माता की जय बोलने पर जम्मू कश्मीर विधानसभा से बाहर नहीं किया गया, बल्कि विधानसभा सत्र के दौरान आर्टिकल 370 पर जारी हंगामे के बाद स्पीकर के आदेश पर मार्शलों द्वारा बाहर किया गया था। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।